LagatarDesk : पिछले एक साल से क्रिप्टोकरेंसी काफी चर्चा पर है. आज के युवा वर्ग Crypto Currency की तरफ काफी आकर्षित हो रहे हैं. निवेशकों को डिजिटल करेंसी में निवेश करना काफी अच्छा लग रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में करीब 10 हजार करोड़ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया गया है. करीब 1 करोड़ निवेशकों ने इसमें निवेश किया है.
रिजर्व बैंक ने अपनी डिजिटल करेंसी लाने की कही थी बात
इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने Cryptocurrency को लेकर नया और सख्त कानून लाने जा रही है. वहीं रिजर्व बैंक ने भी कहा था कि वह अपनी डिजिटल करेंसी लेकर आयेगा. ऐसे में यह कमिटी इस डिजिटल करेंसी को ऑपरेशनल बनाने को लेकर अपने विचार देगी.
Crypto Currency ट्रेडिंग को मान्यता मिली तो निवेशकों को होगा फायदा
सरकार ने एक पैनल गठन करने का फैसला किया है. यह पैनल Crypto Currency के रेग्युलेशन को लेकर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी. सूत्रों ने यह जानकारी इकोनॉमिक टाइम्स को दी है. यदि Crypto Currency को कानूनी मान्यता मिल जायेगी तो निवेशकों के लिए काफी फायदेमंद होगा. निवेशक आसानी और सुरक्षित तरीके से इसमें निवेश कर सकेंगे.
नयी पैनल कमिटी कई चीजों पर करेगी स्टडी
नयी कमिटी इस स्टडी करेगी कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके टेक्नोलॉजिकल अपग्रेडेशन किया जा सकता है या नहीं. इसके अलावा पैनल क्रिप्टो को डिजिटल असेट के रूप में रेग्युलेट करने पर भी अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी.
सुभाष गर्ग ने Crypto पर ब्लैंकेट बैन लगाने का दिया था सुझाव
सरकार ने 2019 में भी एक पैनल का गठन किया था. इसके अध्यक्ष पूर्व फाइनेंस सेक्रेटरी सुभाष गर्ग थे. सुभाष गर्ग ने रिपोर्ट में कहा था कि Crypto Currency पर ब्लैंकेट बैन लगना चाहिए. रिजर्व बैंक ने 2018 में सभी बैंकों को क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड पर रोक का आदेश जारी किया था. इसके बाद यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया. सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी 2020 में रिजर्व बैंक के विपक्ष में फैसले सुनाया.