Medininagar: महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी में मरने के बाद भी मजदूरों का भुगतान किया जाता है. मामला मनातू प्रखंड के नौडीहा पंचायत का है, जहां रोजगार सेवक द्वारा मुर्दे को भी भुगतान किये जाने का मामला सामने आया है.
ये किसी का आरोप नहीं हैं, बल्कि मनरेगा की वेबसाइट पर आंकड़े दर्ज हैं. नौडीहा पंचायत के तिलो गांव निवासी सोहबतिया देवी पति कतरू उरांव की मृत्यु दो वर्ष पहले हो चुकी है. जिसका जॉब कार्ड नंबर 009/199 है.
कार्ड के अनुसार मृत महिला से रोजगार सेवक द्वारा नौडीहा पंचायत के विभिन्न गांवों में मनरेगा योजनाओं में मजदूर बनाकर लगातार मजदूरी कराया गया और 3808 रुपया भुगतान भी कर दिया. जो मनरेगा अधिनियम में नहीं है. बता दें की नौडीहा पंचायत में भ्रष्टाचार के कई किस्से सामने आते रहते हैं, लेकिन यह मामला काफी अलग है.
मनरेगा मजदूर के रूप में उनलोगों के नाम भी दर्ज हैं, जिनकी मृत्यु बहुत पहले हो चुकी है. उनके नाम से पैसा भी निकाला गया है. इस पर मनरेगा लोकपाल शंकर कुमार ने कहा कि मामला बेहद गंभीर है. जांच कर दोषी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
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