Akshay Kumar Jha
Ranchi: स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एक अधिसूचना जारी की गयी. कहा गया कि ऐसे कोरोना संक्रमित मरीज, जो होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें दो तरह की किट दी जाएगी. एक किट में कोरोना से लड़ने वाली दवाई होगी और दूसरी किट में मास्क, हैंड सैनिटाइजर और ऑक्सीमीटर होगा. इन्हें जरूरत के मुताबिक बांटना है. विभाग और जिला प्रशासन का दावा है कि कम या ज्यादा ऐसी किट संक्रमित लोगों तक पहुंचायी जा रही है. लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है. होम आईसोलेशन में रहने वाले कई मरीजों से जब इस बाबत लगातार… ने बात की, तो पता चला बहुत कम लोग हैं जिन तक यह किट पहुंच पायी है. आखिर ये किट पर्याप्त मात्रा में मरीजों तक क्यों नहीं पहुंच पा रही है. ये जानन के लिए झारखंड के कुछ जिलों के डीसी से बात की गयी.
क्या है जमीनी हकीकत
जिलों में जितने भी लोग संक्रमित होने के बाद होम आईसोलेशन में जा रहे हैं. उनमें से काफी कम लोग प्रशासन को सूचना देकर आइसोलेट हो रहे हैं. दुमका के करीब 800 कोरोना संक्रमित हैं. इनमें 30 के आस-पास अस्पताल में हैं बाकी घरों में आईसोलेट हैं. लेकिन प्रशासन के पास करीब 20 की ही जानकारी है, जो होम आईसोलेट हैं. ऐसे में प्रशासन उन सभी तक पहुंच ही नहीं रकता है, जो होम आईसोलेट हैं. प्रशासन लाख दावे कर ले, लेकिन संक्रमित लोगों तक यह किट नहीं पहुंच रही है. अगर किट पहुंचती तो दवा दुकानों पर कोरोना की दवा खरीदने के लिए भीड़ नहीं उमड़ती.
सभी जिले के डीसी को किट बांटने का दिया गया है निर्देशः सचिव
मामले पर स्वास्थ्य विभाग के सचिव अरुण सिंह ने बताया कि विभाग की तरफ से सभी जिलों के डीसी को प्रथमिकता के तौर पर किट बांटने का निर्देश दिया गया है. अगर जिला प्रशासन की तरफ से किट बांटने में कोताही बरती जा रही है तो उन्हें दोबारा से निर्देश दिया जाएगा कि होम आईसोलेशन में रहने वालों की पहचान कर उन्हें ये किट बांटी जाए.
तैयारी में जुटा है प्रशासनः डीसी दुमका
डीसी दुमका राजेश्वरी बी ने कहा कि अभी हमलोग किट की तैयारी ही कर रहे हैं. हमारे जिले में शुरुआत में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी कम थी. पिछले एक हफ्ते में संक्रमितों की संख्या काफी बढ़ी है. उसे देखते हुए किट की तैयारी हो रही है. जितने बंटे हैं, उनकी संख्या कम है. अगले तीन चार दिनों के अंदर हमलोग किट बांट देंगे. ऑक्सीमीटर को लेकर समस्या है. हमारा ज्यादा फोकस दवाई पर है.
दवा वाली किट बंटनी शुरू हो गयी हैः डीसी चाईबासा
चाईबासा के डीसी अनन्या मित्तल ने बताया कि होम आईसोलेशन में जो संक्रमित हैं, उन्हें दवा वाली किट बंटनी शुरू हो गयी है. ऑक्सीमीटर वाली किट अभी प्रक्रिया में है. उसे अभी खरीदी जा रही है. कल से वो भी बांटने की शुरुआत की जाएगी. अभी तक करीब 350 किट बांटी जा चुकी है.
बांटी जा रही है किट, ऑक्सीमीटर की कमी हैः डीसी जमशेदपुर
जमशेदपुर के डीसी सूरज कुमार ने बताया कि हमारे जिले में किट बांटनी शुरू हो गयी है. अब प्रशासन किट में ऑक्सीमीटर भी डाल रहा है. इससे पहले ऑक्सीमीटर के बगैर मेडिकल किट बांटी जा रही थी. कहा कि ऑक्सीमीटर की किल्लत हर जिले में है. हमने कहीं से 300 ऑक्सीमीटर की व्यवस्था की है. विभाग के आदेश के बाद जितने पैकेट बने थे वो खत्म होने वाले हैं. अब दोबोरा से किट तैयार की जा रही है. ऑक्सीमीटर की कालाबाजारी ना हो, इसके लिए छापे मारे जा रहे हैं.
विभाग के आदेश से पहले से ही बंट रही है किटः डीसी धनबाद
धनबाद के डीसी उमाशंकर सिंह ने बताया कि हामरे जिले में विभाग के आदेश के 10 दिन पहले से ही किट बांटी जा रही है. हमारे जिले में होम आईसोलेशन पर निगरानी रखने के लिए हिम्मत (HIMAT) ऐप बनाया गया है. ये ऐप घर पर रह रहे संक्रमितों पर पूरी नजर रखे हुए है. जैसे ही संक्रमित घर से निकलेंगे ऐप का अलार्म बज जाएगा. फिर प्रशासन की तरफ से आगे की कार्रवाई की जाती है. इसी ऐप में डिलवरी सिस्टम भी है, जिसकी मदद से किट बांटी जा रही हैं. धनबाद में अस्पतालों में बेड की संख्या पर्याप्त है. होम आईसोलेशन में कम लोगों के होने की वजह से किट आसानी से बांटी जा रही है.
ऑक्सीमीटर वाली किट में आ रही परेशानीः डीसी हजारीबाग
हजारीबाग के डीसी आदित्य कुमार आनंद ने बताया कि मेडिसीन किट तो बंट रही है. लेकिन ऑक्सीमीटर वाली किट में परेशानी आ रही है. कितनी मेडिसीन किट बंट चुकी हैं, इसकी पूरी जानकारी तो मेरे पास नहीं है. नोडल अफसर से बात करनी होगी.
दवा वाली किट बंट रही है, ऑक्सीमीटर वाली नहीं : डीसी जामताड़ा
जामताड़ा के डीसी फैज अक अहमद ने कहा कि दवा वाली किट बांटी जा रही है. ऑक्सीमीटर नहीं मिलने की वजह से वो नहीं बंट पा रही है. जैसे-जैसे ऑक्सीमीटर बाजार में आने शुरू हो जाएंगे, वो भी देना शुरू किया जाएगा.