Kabul : काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमले में 100 से अधिक लोग मारे गये हैं. जिसमें 13 अमेरिकी सैनिक शानिल हैं. जबकि 90 से अधिक अफगान नागरिक बताये गये हैं. संख्या अभी भी बढ़ सकती है, क्योंकि बड़ी संख्या में गंभीर घायल लोग अस्पतालों में भर्ती कराये गये हैं. गुरुवार देर शाम एक के बाद एक तीन ब्लास्ट हुए. ब्लास्ट के बाद आयी काबुल से तस्वीरों ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया है और तालिबानी शासन का असली चेहरा सभी के सामने रख दिया है.
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत का दावा, हमले में उसका हाथ
#ISIS claims responsibility of the today’s attacks on #KabulAiport through its official news agency “#Amaq” and published a photo of the attacker
+60 people are dead and at least 140 wounded in the attack “@CNN”
Twelve US service members were killed and 15 were injured “media” pic.twitter.com/CnykrSS8FA
— Abdalaziz Alhamza (@3z0ooz) August 26, 2021
खबर है कि एयरपोर्ट के बाहर की सुरक्षा व्यावस्था तालिबान के सबसे क्रूर कहे जाने वाले गुट हक्का्नी नेटवर्क के पास थी. अमाक एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार आत्मघाती बम हमलावर का नाम अब्दुल रहमान अल लोगारी था. इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत (ISKP) ने अधिकारिक रूप से दावा किया है कि काबुल हवाईअड्डे पर गुरुवार को हुए आत्मघाती हमलों में उनका ही हाथ है. आईएस ने इस हमलावर की तस्वीर भी जारी की है.
दावा किया कि हमले में 160 अमेरिकी सैनिक मारे गये हैं. हमले में उसे कुछ स्थानीय लोगों ने मदद की. अमाक न्यूज एजेंसी अनुसार, इस्लामिक स्टेट का लड़ाका अमेरिकी सेना की किलेनुमा घेराबंदी को तोड़ते हुए काबुल एयरपोर्ट के पास बारन कैंप तक पहुंचने में कामयाब रहा. इसके बाद उसने अपने आप को विस्फोटक बेल्ट के जरिये उड़ा दिया.
इस्लामिक स्टेट खोरासन आतंकी गुट ने टेलिग्राम पर एक बयान जारी कर बताया कि यह हमला मात्र 5 मीटर की दूरी से अमेरिकी सैनिकों पर किया गया जो उस समय अफगान शरणार्थियों के दस्तावेज बना रहे थे. अफगानिस्तान पर तालिबान का राज स्थापित होने के बाद दुनिया को सबसे पहला बड़ा झटका लगा है.
हम माफ नहीं करेंगे, ढूंढेंगे और मारेंगे : बाइडेन
जानकारी के अनुसार आईएस के हमलावर अब्दुमल रहमान अल लोगारी ने काबुल एयरपोर्ट के अब्बे गेट के पास खुद को विस्फोेट करके उड़ा दिया. इस गेट की सुरक्षा अमेरिका और ब्रिटेन के सैनिक कर रहे थे. इतनी बड़ी तादाद में अमेरिकी सैनिकों के मारे जाने के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन बेहद गुस्से में हैं. बाइडेन ने ऐलान किया है कि हम आतंकियों को माफ नहीं करेंगे, उन्हें ढूंढेंगे और इसकी सजा देंगे.
काबुल के हमलावरों को चेतावनी देते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा. ”हम माफ नहीं करेंगे. हम नहीं भूलेंगे. हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे और आपके किये की सजा देंगे. राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा, हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचायेंगे. हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा. अफगानिस्तान से अमेरिकी लोगों की वापसी का काम देख रहे जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने कहा है कि अमेरिका काबुल हवाईअड्डे के साजिशकर्ताओं का पता लगायेगा. उन्होंने आशंका जताई कि ऐसे और हमले हो सकते हैं.
दुनियाभर में आतंकी हमले की कड़ी निंदा
अफगानिस्तान में अस्पतालों का संचालन करने वाली इटली की एक संस्था ने कहा कि वे हवाईअड्डे पर हमले में घायल 60 लोगों का उपचार कर रहे हैं जबकि 10 घायलों ने अस्पताल लाने के क्रम में दम तोड़ दिया. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने काबुल हवाईअड्डे पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने हमले को बर्बर करार दिया है.