Jerusalem : इजराइल और गाजा के बीच युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इजराइल ने एक बार फिर मध्य गाजा के दीर अल-बलाह और दक्षिण में खान यूनिस में हवाई हमला किया है. इजराइल टैंक और ड्रोन हमलों में करीब 17 लोगों की मौत हुई है. वहीं इजराइल ने लेबनान के हिजबुल्ला में भी एयर स्ट्राइक किये. इस दौरान 50 से ज्यादा रॉकेट दागे गये. इस हमले में इजराइली कब्जे वाले ‘गोलान हाइट्स’ में कई मकान क्षतिग्रस्त हो गये. यह हमले लेबनान में इजराइल के हमले के जवाब में किये गये. यह हमले ऐसे समय में हुए हैं, जब एक ही दिन पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने पश्चिम एशिया की अपनी यात्रा के दौरान गाजा में युद्ध विराम समझौता करने के राजनयिक मिशन के तहत मिस्र और कतर में अपने साथी मध्यस्थों से मुलाकात की थी.
ईरान और हिजबुल्ला ने कमांडर की मौत का बदला लेने का लिया है संकल्प
बता दें कि ईरान और लेबनान में हमास और हिजबुल्ला के दो शीर्ष कमांडर को हाल में निशाना बनाकर हत्या किये जाने से समझौते की आवश्यकता और बढ़ गयी है. दोनों कमांडर की हत्या के पीछे इजराइल का हाथ बताया जा रहा है. दूसरी ओर, ईरान और हिजबुल्ला ने दोनों कमांडर की मौत का बदला लेने का संकल्प लिया है. इस बीच अहम मध्यस्थ देश मिस्र ने इस समझौते को लेकर बुधवार को संदेह व्यक्त किया. मिस्र में अधिकारियों ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के बताया कि हमास चरमपंथी समूह कई कारणों से समझौते संबंधी प्रस्ताव पर सहमत नहीं होगा और इस बात को लेकर भी लंबे समय से आशंका बनी हुई है कि क्या इस समझौते के बाद इजराइली सेनाएं वास्तव में गाजा से हट जायेंगी और युद्ध समाप्त हो जायेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास और कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ ने बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बुधवार को बात की. हालांकि उसने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी कि दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई.
7 अक्टूबर से शुरू हुआ था इजराइल और हमास के बीच युद्ध
बता दें कि हमास ने सात अक्टूबर को इजराइल पर हमला किया था, जिसमें करीब 1,200 लोगों की मौत हो गयी थी. वहीं हमास ने 200 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था. इसके बाद इजराइल ने हमास के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की थी. बाद में सीजफायर की शर्त पर 140 इजरायली नागरिकों को रिहा कर दिया था. तब से इजरायल ने गाजा पट्टी को घेर लिया और इसका अधिकांश भाग बर्बाद कर दिया है. इस दौरान करीब 38000 फलस्तीनी मारे गये.ऐसा माना जा रहा है कि बंधकों में से लगभग 110 लोग अब भी गाजा में हैं, जबकि इजराइली अधिकारियों का कहना है कि उनमें से लगभग एक-तिहाई की मौत हो चुकी है. गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमलों ने 40,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गये हैं. गाजा के 23 लाख से अधिक निवासियों में से अधिकतर विस्थापित हो चुके हैं और वहां भारी मानवीय तबाही मची है.
सात अक्टूबर के बाद से ही हिजबुल्ला ने भी इजराइल पर हमला करना किया था शुरू
ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने हमास के सात अक्टूबर को किये हमले के बाद से ही इजराइल पर हमला करना शुरू कर दिया था. तब से इजराइल और हिजबुल्ला के बीच लगभग हर रोज गोलीबारी होती है. व्हाइट हाउस के दूत एमोस होचस्टीन ने तनाव कम करने के लिए कई बार इजराइल और लेबनान के अधिकारियों से मुलाकात की थी. बावजूद इजराइल और हिजबुल्ला ने के बीच लड़ाई खत्म नहीं हुई.
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