Tel Aviv : खबर आयी है कि वेटिकन सिटी में रविवार को प्रार्थना की समाप्ति के बाद ईसाई समुदाय के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने मानवाधिकारों की याद दिलाते हुए गाजा में हिंसा रोकने की अपील की. कहा कि इजरायल और फिलिस्तीन में जो हुआ है, उसे लेकर मुझे बहुत दर्द है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
Humanitarian law is to be respected, especially in Gaza. Please, let no more innocent blood be shed, neither in the Holy Land nor in Ukraine, nor in any other place! Enough! Wars are always a defeat, always!
— Pope Francis (@Pontifex) October 15, 2023
बता दें कि पोप फ्रांसिस का यह बयान इजरायल द्वारा गाजा की घेराबंदी किये जाने के कुछ दिनों के बाद आया. बता दें कि गाजा से अब तक 4 लाख लोग पलायन कर गये हैं. सैकड़ों लोग मारे गये हैं.
वेटिकन सिटी अपनी स्पष्ट राय के साथ सामने आये : एली कोहेन
पोप फ्रांसिस के हिंसा रोकने की अपील वाले बयान की इजरायल ने निंदा की है. पोप फ्रांसिस द्वारा गाजा को लेकर चिंता जताये जाने पर इजरायल ने आपत्ति दर्ज जताई है. इस संबंध में इजरायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा, इजरायल यह उम्मीद करता है कि वेटिकन सिटी अपनी स्पष्ट राय के साथ सामने आये. पोप को बिना किसी लाग-लपेट के हमास द्वारा इजरायल के बेगुनाह लोगों की हत्या की निंदा करनी चाहिए.
कहा कि हमास ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों तक को नहीं छोड़ा. ये हत्याएं सिर्फ इसलिए की गयी, क्योंकि वे लोग यहूदी और इजरायल के नागरिक थे.
वेटिकन सिटी का बयान हम स्वीकार नहीं कर सकते
एली कोहेन ने कहा, हम यह स्वीकार नहीं कर सकते. वेटिकन सिटी ने अपने बयान में मुख्य तौर पर गाजा के नागरिकों को लेकर ही चिंता जताई. और ऐसा तब है, जब इजरायल के 1300 लोगों की हत्या कर दी गयी है. हम अभी उसका दुख मना रहे हैं. हमास ने इजरायल के 155 नागरिकों को बंधक बना लिया है. इनमें अमेरिका और ब्रिटेन के भी कुछ लोग शामिल हैं. हमास के आतंकियों ने इन लोगों को गाजा पट्टी में बनी सुरंगों में ले गये हैं.
पोप फ्रांसिस ने इजरायली लोगों के लिए संवेदना व्यक्त नहीं की
बेंजामिन नेतन्याहू के मंत्री का आरोप था कि पोप फ्रांसिस ने अपने बयान में मारे गये इजरायली लोगों के लिए संवेदना तक व्यक्त नहीं की. लेकिन गाजा को लेकर चिंता जाहिर की. वेटिकन सिटी के एक अधिकारी ने कहा कि पोप फ्रांसिस ने गाजा और इजरायल के बीच शांति के लिए मध्यस्थ के तौर पर काम करने की भी बात कही है.