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इरफान मंदिर में पूजा करें तो अच्छा, लेकिन हम भारतीय संस्कृति फॉलो करें तो गैर इस्लामिक- राफिया

योग टीचर राफिया नाज ने विधायक इरफान अंसारी के खिलाफ उठाया आवाज

कहा- योग को धर्म से जोड़ मेरा जीना हराम करने वालों के आंखों में अब क्यों बंध गई पट्टी

Ranchi: बाबा बैद्यनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी चारों ओर से घिर गये हैं. पहले बीजेपी ने, फिर हिंदू धर्मगुरुओं ने इसका विरोध किया और अब इस्लाम धर्म के लोग भी विधायक के इस कार्य का विरोध करने लगे हैं. योग टीचर राफिया नाज विधायक के खिलाफ आवाज उठाया है. उन्होंने कहा कि इरफान अंसारी मंदिर में पूजा करें तो इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग चुप हो जाते हैं, क्योंकि वो एक विधायक हैं, लेकिन अगर हम मुस्लिम महिलाएं भारतीय संस्कृति को फॉलो कर लें तो इसे गैर इस्लामिक कृत्य बताया जाता है. राफिया ने कहा कि योग को धर्म से जोड़कर मेरा जीना हराम करने वाले लोगों की आंखों में अब पट्टी क्यों बंध गई है. वे अब इरफान अंसारी को कुछ बोल क्यों नहीं रहे.

योग करने पर घर में गुंडे तक भिजवा दिये थे

राफिया नाज ने सोशल मीडिया पर विधायक का विरोध करते हुए लिखा है कि जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी भैया एक महान कलाकार हैं. उनके अनुसार योग करना गैर इस्लामिक कार्य है. यह कहकर उन्होंने लोगों के बीच मेरी छवि खराब की कोशिश की थी. आपने तो गुंडे तक मेरे घर में भिजवा दिये थे. मेरे खिलाफ धरना-प्रदर्शन तक करवा दिया था. धमकियां भेजी थी. बाकी तो आपको याद ही होगा कि आपने क्या-क्या कहा और किया. आप विधायक हैं तो क्या कुछ भी कर सकते हैं ?

अभिव्यक्ति की आजादी चिल्लाने वाले ही दूसरों की आजादी छीनते हैं

राफिया ने उन लोगों से भी सवाल पूछा है जो योग करने पर उसके खिलाफ खड़े थे. कहा कि आपने योग को धर्म से जोड़ करके मेरा जीना हराम कर दिया था, अब क्यों उन्होंने आंख में पट्टी बांध ली है. सत्ता जो ना करवाए. जो लोग अभिव्यक्ति की आजादी अभिव्यक्ति की आजादी ज्यादा चिल्लाते हैं वही लोग दूसरों अभिव्यक्ति की आजादी का सबसे ज्यादा हनन करते हैं. न्याय और कानून सबके लिए बराबर है इसीलिए आगे से किसी भी बेटी को या किसी भी लोग को बदनाम करने से पहले हजार बार जरूर सोचें.

2020 में राफिया ने विधायक के खिलाफ दर्ज कराया था केस

बता दें कि इससे पहले राफिया नाज ने 19 अगस्त 2020 को विधायक इरफान अंसारी के खिलाफ धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने, स्त्री लज्जा भंग करने, उसके खिलाफ हिंसा को भड़काने सहित अन्य आरोप लगाते हुए रांची सिविल कोर्ट में आपराधिक वाद दाखिल किया था. राफिया का आरोप था कि एक न्यूज चैनल को दिये इंटरव्यू में इरफान अंसारी ने उसके पहनावा को धर्म के खिलाफ बताया था. उन्होंने यहां तक कहा कि इस प्रकार का कपड़ा पहनकर वह अंग प्रदर्शन करती है. उसके इस कृत्य से समाज की अन्य लड़कियों पर गलत असर हो रहा है. फतबा भी जारी किए गए. घर पर हमला हुआ.