ममता ने यहां श्री बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कहा, यह भारत का दुर्भाग्य है कि इतने वर्षों बाद भी हमारे पास नेताजी की मौत की तारीख नहीं है.
Kolkata : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज मंगलवार को कहा कि यह देश के लिए शर्म की बात है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस के लापता होने के इतने वर्षों बाद भी लोग यह नहीं जानते कि उनके साथ क्या हुआ था. और न ही उन्हें उनकी मौत की तारीख पता है. उन्होंने नेताजी के लापता होने की जांच कराने का वादा न निभाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
The irony is glaring!
Smt. @MamataOfficial questioned the misplaced priorities when a holiday can be granted on 22nd January for @BJP4India‘s political convenience, but the birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose on 23rd January is overlooked. pic.twitter.com/yEtF4Fz7np
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) January 23, 2024
VIDEO | West Bengal CM @MamataOfficial addresses an event to commemorate the 127th birth anniversary of Netaji Subhas Chandra Bose.
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/n147TvqRQz) pic.twitter.com/CPRfFhlTsa
— Press Trust of India (@PTI_News) January 23, 2024
यह भारत का दुर्भाग्य है
केंद्र द्वारा राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए सोमवार को केंद्र सरकार के कार्यालयों में आधे दिन के अवकाश की घोषणा करने के स्पष्ट संदर्भ में ममता ने कहा कि आज कल राजनीतिक विज्ञापनों के लिए छुट्टियों की घोषणा की जाती है लेकिन उन लोगों के लिए कोई घोषणा नहीं की गयी जिन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए लड़ते हुए अपनी जान न्यौछावर कर दी थी. ममता ने यहां श्री बोस की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद कहा, यह भारत का दुर्भाग्य है कि इतने वर्षों बाद भी हमारे पास नेताजी की मौत की तारीख नहीं है.
नेताजी जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाये
हम नहीं जानते कि उनके साथ क्या हुआ था. यह शर्मनाक है. देश मंगलवार को नेताजी की 127वीं जयंती मना रहा है।. मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा ने सत्ता में आने से पहले नेताजी के लापता होने की जांच कराने का वादा किया था लेकिन बाद में वह भूल गयी. मैंने 20 वर्षों तक कोशिश की कि नेताजी की जयंती को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाये, लेकिन मैं नाकाम रही, कृपया मुझे माफ कर दीजिए.