Ranchi / Bermo :तेनुघाट में बना आईटीआई भवन अब खंडहर में तबदील हो गया है. इस भवन का शिलान्यास साल 2009 में तत्कालीन राज्यपाल के.शंकर नारायण ने किया था. जो साल 2011 में बनकर तैयार हो गया. इस भवन के निर्माण में चार करोड़ की लागत लगी थी. भवन के निर्माण का उद्देश्य यहां आईटीआई की पढ़ायी करानी थी. 2011 से 2022 लगभग 11 साल बीत जाने के बाद भी इस भवन में पढ़ाई शुरू नहीं हो पायी है. भवन के चारो तरफ झाड़िगा उग आयी है. कुछ असामाजिक तत्वों ने खिड़कियों के कांच भी तोड़ डाले है. फिलहाल इस भवन में कौशल विकास के तहत चलने वाली प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है. पढ़ें – रामगढ़ : अनियंत्रित होकर बोलेरो बैरियर से टकरायी, उड़े पचखड़े, तीन लोग घायल
भवन निर्माण के समय काफी उम्मीदें थी
आईटीआई भवन के आस- पास रहने वाले लोगों से बात की गई तो उनलोगों ने बताया कि जब इस भवन का शिलान्यास हुआ था. तो हमें बहुत उम्मीदें थी. हमे लग रहा था कि हमारे बच्चों के पढ़ाई अब घर के सामने ही हो जायेगी. सरकारी कॉलेज होगा तो पैसा भी कम लगेगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. इसे बने 11 साल हो गये लेकिन पढाई शुरू नहीं हो पायी. अब भवन भी खंडहर में तबदील हो रहा है. कोई भी जनप्रतिनिधि इसमें ध्यान नहीं दे रहे हैं. लोगों ने सवाल किया कि जब इससे चालू ही नहीं करना था तो फिर बनाया ही क्यों गया.
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वर्तमान सरकार के समक्ष इस मामले को रखा गया है
गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने कहा कि जब मैं विधायक था तब इस मामले को 2015,2016 और 2017 में सदन में उठाया था. तब सरकार ने मानने से इंकार कर दिया था कि भवन का निर्माण हुआ है. जब मैंने साक्ष्य के साथ इस बात को रखा तब सरकार ने माना था कि भवन का निर्माण हुआ है. पूर्व के सरकार ने अश्वासन दिया था कि इसे जल्द चालू कर दिया जायेगा. लेकिन अब तक यह चालू नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि वर्तमान श्रम नियोजन मंत्री सत्यानंद भोक्ता के सामने भी बाते रखी गयी है. वर्तमान सरकार के संज्ञान में मामला है. इसे जल्द ही चालू किया जायेगा. इसे बनाने का उद्देश्य था कि आस पास के बच्चों को प्रशिक्षित कर के रोजगार से जोड़ना. इसके खुलने से बच्चें प्रशिक्षित होकर अपने आप को बेहतर कर सकते थे. फिलहाल उस भवन में कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आगे हमारी कोशिश रहेगी कि इसे जल्द शुरु किया जाये.
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