Chenani : तमिलनाडु के मदुरई में स्थित पवित्र थिरुपरनकुन्द्रम पहाड़ी पर बुधवार को मुस्लिम लीग(IUML) के सांसद नवास कानी ने कई लोगों के साथ मांसाहारी भोजन किया. इससे विवाद पैदा हो गया है. तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने सांसद नवस कानी की हरकतों की कड़ी निंदा की है. खबर है कि सांसद उन लोगों के समर्थन में वहा पहुंचे थे जो इस पहाड़ी पर जानवरों की कुर्बानी देने की मंशा रखते हैं.
மதுரை சிக்கந்தர் மலை தர்கா விவகாரம் தொடர்பாக இன்று நேரில் சென்று கள ஆய்வு செய்தோம்.
மதுரை மாநகர காவல் ஆணையரை சந்தித்து பிரச்சனையின்றி சுமுகமாக கடந்த காலங்களில் எப்படி இருந்ததோ அதேபோல நல்லிணக்கத்துடன் அனைத்து மக்களும் சென்று வர நடவடிக்கை எடுக்க வேண்டும் என வலியுறுத்தினோம்.… pic.twitter.com/vkcO6xydou— K.NavasKani MP (@KNavaskani) January 22, 2025
मुस्लिम समुदाय ने पहाड़ी पर जानवर की कुर्बानी देने का प्रयास किया था
यह कुर्बानी एक दरगाह पर दी जानी है जो मंदिर से कुछ दूर स्थित है. नवास कानी ने दावा किया है कि यहां सालों से कुर्बानी दी जाती रही है. इसे अब रोका नहीं जा सकता. इस संबंध में पुलिस का कहना है कि पहाड़ी के ऊपर कुर्बानी नहीं दी सकती. सिर्फ खाना ले जाया जा सकता है. इससे पहले 18 जनवरी को भी हंगामा हुआ था. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पहाड़ी पर जानवर ले जाकर उसकी कुर्बानी देने का प्रयास किया था. दरगाह के पास कुर्बानी देकर मांस पकाने की योजना थी.
लेकिन पुलिस-प्रशासन ने इन्हें रोक दिया. इसके बाद मुस्लिम सांसद नवास कानी ने कहा कि जल्द ही थिरुपरनकुन्द्रम पहाड़ी पर कुर्बानी की अनुमति प्रदान की जायेगी. दावा किया कि दरगाह की जमीन वक्फ बोर्ड की है.
थिरुपरनकुन्द्रम पहाड़ी को भगवान मुरुगन के 6 घरों में से एक घर माना जाता है
थिरुपरनकुन्द्रम पहाड़ी की बात करें तो इसे भगवान मुरुगन के 6 घरों में से एक माना जाता है. यहां शिव मंदिर भी है. पहाड़ी में जैन गुफाएं भी हैं, जिन्हें कट्टरपंथियों ने हरे रंग से रंग दिया है. जैन गुफाएं दूसरी शताब्दी ईसा पूर्व से बनी हुई हैं. इन गुफाओं में ब्राह्मी लिपि में शिलालेख भी हैं. गुफाएं ASI संरक्षित हैं. गुफाओं में हरा रंग किये जाने के मामले में ASI अधिकारियों ने शिकायत दर्ज करवाई है.
यहां मुस्लिम संगठन प्रदर्शन कर चुके हैं
यहां कई बार मुस्लिम संगठन प्रदर्शन कर चुके हैं. इसमें प्रतिबंधित आतंकी संगठन PFI से जुड़ा राजनीतिक दल SDPI भी शामिल है. जमात जैसे संगठन भी इस मामले में कुर्बानी को लेकर अड़े हैं. उधर हिन्दुओं का कहना है कि पहाड़ी पर कुर्बानी देने की मतलब भगवन मुरुगन के शीर्ष पर कुर्बानी करना होगा, क्योंकि उनका मंदिर पहाड़ी की तलहटी में स्थित है. हिन्दुओं की आरोप है कि पहाड़ी का नाम बदलना और क़ुरबानी को लेकर झगड़े करना उन्हें मंदिर जाने से रोकने का प्रयास है.
अन्नामलाई ने नवाज कानी की हरकत को मूर्खतापूर्ण और अस्वीकार्य बताया
तमिलनाडु भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई ने सांसद नवस कानी की हरकतों की कड़ी निंदा की है, जिन्होंने हिंदुओं द्वारा पवित्र माने जाने वाले थिरुपरनकुंद्रम सुब्रमण्य स्वामी हिल पर एक समूह के साथ जाकर मांसाहारी भोजन किया, अन्नामलाई ने इस कृत्य को दो दलों के बीच विभाजन को भड़काने और धार्मिक अशांति पैदा करने का प्रयास करार दिया है.
अन्नामलाई ने तमिलनाडु में मंदिरों और पूजा स्थलों की पवित्रता का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने नवाज कानी के कार्यों की आलोचना करते हुए मूर्खतापूर्ण औरपूरी तरह से अस्वीकार्य बताया. अन्नामलाई ने कहा, थिरुपरनकुंड्रम सुब्रमण्यम स्वामी मंदिर का निर्माण दुनिया में कई धर्मों के उदय से कई शताब्दियों पहले पांड्या राजाओं द्वारा किया गया था.
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