Jadugoda (Bidya Sharma) : पूर्वी सिंहभूम जिले में भूमिज भाषा के मात्र छह सरकारी शिक्षकों के पद सृजन का भूमिज समाज की ओर से विरोध तेज हो गया है. आदिवासी भूमिज समाज के अध्यक्ष जयपाल सिंह ने भाषावार पद सृजन में स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग पर पोटका समेत पूरे जिले की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला है. इस संबंध में जयपाल सिंह एवं सिदेश्वर सरदार शनिवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग झारखंड सरकार पर जमकर बरसे तथा कहा कि पोटका भूमिज बहुल क्षेत्र है. ऐसे में पहली से पांचवीं तक के विद्यार्थी जनजातिय भूमिज भाषा से वंचित रह जायेंगे. जिले में 60 प्रतिशत इसी जाति के बच्चे नामांकित हैं. ऐसे में झारखंड सरकार की प्राथमिक विद्यालय में न्यू एजुकेशन पॉलिसी सिर्फ छलावा साबित होगा. बच्चे अपनी मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण करेंगे तो गौरवान्वित महसूस करेंगे. इसी वजह से भूमिज भाषा के सरकारी शिक्षकों की संख्या बच्चों की संख्या के आधार में बढ़ाने की मांग उठाई गई है.
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