Jagnnathpur (Rohit Mishra) : जगन्नाथपुर अनुमंडल मुख्यालय के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब का धंधा बेरोकटोक जारी है. यह धंधा बिना खाद -पटवन के फल -फुल रहा है. महुआ निर्मित अवैध देशी शराब के सेवन से कई लोगों की जिंदगी में जहर घुल रहा है, तो कई लोगों के परिवार बर्बाद हो रहा है.देशी शराब के धंधे से आम लोगों का जीना मुहाल हो गया है. ग्रामीणों की मानें जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के जैतगढ़, खुटियापदा, मुडुई, तुरली, गुमुरिया, बुरुसाई, बासँकटा, बेलपोसी, सरस्वतीपुर सहित कई ऐसे गांव हैं जहां कई सालों से अवैध शराब का कारोबार चल रहा है.
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ग्रामीण क्षेत्र में कुटीर उद्योग का रूप ले रहा है देशी शराब का धंधा
दस किलोमीटर के दायरे में अवैध शराब की बिक्री की जाती है और शाम के समय इन जगहों पर काफी संख्या में पियक्कड़ों का जमावड़ा लगता है. एक तरफ राज्य सरकार द्वारा देशी शराब बंद करने की घोषणा क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी है, वहीं दूसरी तरफ अवैध देशी शराब के धंधे ने ग्रामीण क्षेत्र में कुटीर उद्योग का रूप ले लिया है. प्रशासन द्वारा अवैध देशी शराब का धंधा बंद कराने के लिए कई बार छापेमारी कर भट्ठी को ध्वस्त किया जाता रहा है, छापामारी के बाद दो-चार दिन के लिए कारोबार बंद तो हो जाता है, उसके बाद पुन: धंधा चालू हो जाता है. जनता ने जिला प्रशासन से कार्रवाई की मांग है.