J&K : सोमवार को कश्मीर विश्वविद्यालय और सेना के बीच एमओयू हस्ताक्षर हुआ है. जिसमें घाटी में तैनात सैनिक आगे की पढ़ाई कर सकेंगे. यह एमओयू कश्मीर विश्वविद्यालय के गांधी हॉल में हुआ है. जहां विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर तलत अहमद और चिनार कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडे ने हस्ताक्षर किया है.
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वर्तमान में सेना 18 विषयों की पढ़ाई कर सकेंगे
इस एमओयू को लेकर रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सोमवार कश्मीर विश्वविद्यालय और चिनार कोर के लिए ऐतिहासिक दिन रहा. कश्मीर में सेवारत सैनिकों के लिए दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम के प्रावधान के लिए एमओयू हुआ है. एमओयू के मुताबिक कश्मीर में तैनात सेना के जवान कश्मीर विश्वविद्यालय द्वारा प्रदान किए जा रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश ले सकेंगे. सेना छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स से एक साल के डिप्लोमा कोर्स और दो साल के पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर सकते है. वर्तमान सेना के एडमिशन के लिए कुल 18 विषय उपलब्ध है. जिन्हे समय के साथ- साथ बढ़ाया जायेगा.
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इस एमओयू से सेना के जवानों को लाभ मिलेगा
कश्मीर विश्वविद्यालय के वीसी ने कहा कि इस एमओयू से कश्मीर में तैनात सेनाओं को लाभ मिलेगा. वहीं जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल पांडे ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में मील का पत्थर बताया और कहा कि चिनार कोर के सैनिकों को चुनौतीपूर्ण माहौल में अपने कर्तव्यों का पालन करने में सशक्त बनाएगा. कश्मीर विश्वविद्यालय अपनी समृद्ध विरासत, संस्कृति और शिक्षा के साथ, चिनार कोर के सैन्य कर्मियों और नागरिक सुरक्षा कर्मचारियों के लिए उच्च शैक्षणिक योग्यता और विषय वस्तु विशेषज्ञता हासिल करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा.
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