Jamshedpur : उलीडीह थाना अंतर्गत विजया ग्रीन अर्थ, डिमना रोड के दो फ्लैटों में चोरी की घटना से सनसनी फैल गई है. कॉलोनी के फ्लैट नंबर 632 और फ्लैट नंबर 621 में अज्ञात चोरों ने उक्त घटना को अंजाम दिया. उक्त फ्लैट में निवास करने वाले दोनों परिवार बाहर गया हुआ था और चोरों ने इसी का फायदा उठाकर घटना को अंजाम दिया. फ्लैट नंबर 632 में संजीव नेत्रालय अस्पताल डिमना रोड के कैशियर और एक अन्य कर्मी निवास सकते हैं. उनके यहां करीब दो लाख नकद की चोरी होने की सूचना है, जबकि उसी ब्लॉक के फ्लैट नंबर 621 में स्टेट बैंक के अवकाश प्राप्त अधिकारी अमल कुमार पात्रा के बंद पड़े फ्लैट से करीब 10 लाख की चोरी की सूचना है. चोरों ने बंद पड़े दोनों फ्लैट के मुख्य दरवाजे की कुंडी को किसी धारदार हथियार से काटकर अंदर घुसे और चोरी की.
इसे भी पढ़ें : किरीबुरू : ओडिशा ग्रुप ऑफ माइन्स के दौरे पर निकली राउरकेला स्टील प्लांट के अधिकारियों की टीम पहुँच गई मेघालया गेस्ट हाउस
दो दिन बाद घर लौटे तो हुई जानकारी
9 जुलाई को घटना की जानकारी उस समय हुई संजीव नेत्रालय कर्मी जब दो दिन के बाद बाहर से लौटे को दरवाजे की कुंडी को टूटा पाया. उनके आवास पर अस्पताल का कैश रखा था जिसे चोर ले गये. इसी ब्लॉक के निवासी पात्रा अपने परिवार के साथ बेंगलुरु गये थे. चोरों ने उनके आवास से करीब दो लाख नकद के अलावे कुछ जेवरात भी ले गये हैं. इनका मूल्य करीब सात-आठ लाख आंका जा रहा है. आज देर शाम वे लौटे हैं. चोरों ने पात्रा के फ्लैट के मुख्य दरवाजा खोलने के बाद हर कमरे की कुंडी को काटा और अलमीरा तोड़कर चोरी की घटना को अंजाम दिया.
इसे भी पढ़ें : मनोहरपुर : वैकल्पिक रोजगार की मांग को लेकर मंत्री जोबा मांझी को सौंपा मांग पत्र
20 साल पुरानी है यह कॉलोनी
यह कॉलोनी करीब 20 साल पुरानी है और पहली बार इस तरह की घटना के होने के कारण पूरे कालोनी वासी सकते में हैं. चोरी की पहली घटना के खुलासे के कुछ घंटों के बाद जब पात्रा के घर हुई चोरी का पता चला तो करीब आधी रात को फ्लैट ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों और कुछ लोगों ने उलीडीह थाना जाकर घटना की सूचना दी. थाना को पहली चोरी की भी सूचना दे दी गई थी. थाना के कर्मी कॉलोनी परिसर में आये और घटनास्थल का मुआयना किया. इस बारे में पूछे जाने पर थाना प्रभारी मेघनाथ मंडल ने कहा कि अभी कोई लिखित शिकायत नहीं की गई है. लिखित आने के बाद कार्रवाई की जाएगी. कॉलोनी में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला जा रहा है और हर संदिग्ध के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है. कॉलोनी में सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं और जिस तरह से घटना को अंजाम दिया गया है उससे कालोनी के लोगों को संदेह है कि किसी ने रेकी कर घटना को अंजाम दिया है. कॉलोनी के मुख्य गेट पर हर बाहरी आने जाने वालों की इंट्री होती है, लेकिन अभी पता नहीं चल पाया है कि किसने घटना को अंजाम दिया है.