Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) द्वारा राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा रैंक पाने के लिए प्रचार के नाम पर लाखों रुपये खर्च किए जाते हैं. स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान भी चलाया जाता है. लेकिन कचरों का समुचित उठाव नहीं होने पर कचरों के लगे ढेर ने जेएनएसी के स्वच्छता अभियान को लेकर किए जाने वाले दावों की पोल खोल दी है.
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बच्चों को स्कूल आने-जाने में करना पड़ता है परेशानियों का सामना
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बर्मामाइंस के ईस्टप्लांट बस्ती स्थित फाउन्ड्री यूनियन मध्य विद्यालय के सामने कचरों का ढेर लग गया है. स्कूल के सामने लगे कचरों के ढेर से जहां बच्चों को स्कूल आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, उनके संक्रमित होने की भी संभावना बनी रहती है. इस संबंध में स्कूल प्रधानाध्यापक एवं स्कूल संचालन समिति द्वारा कई बार जेएनएसी में शिकायत भी की गई, लेकिन नतीजा सिफर रहा है.
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डस्टबीन नहीं होने के कारण लोग फेंकते हैं कचरा
फाउन्ड्री यूनियन स्कूल के सामने डस्टबीन नहीं होने का कारण लोग यत्र-तत्र कचरा फेंकते है. इसके कारण स्कूल के सामने कचरे का ढेर लग गया है. इस संबंध में ईस्टप्लांट बस्ती निवासी प्रदीप झा ने बताया कि जेएनएसी को इस संबंध में शिकायत करने के बावजूद अब तक कचरे की सफाई नहीं की गई है. जेएनएसी द्वारा नियमित सफाई नहीं किए जाने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है.
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बच्चों के संक्रमित होने का भी रहता है खतरा
उन्होंने कहा कि आम आदमी को भी आने-जाने में परेशानी होती है. बच्चों के संक्रमित होने का खतरा भी रहता है. इसलिए स्कूल के आसपास विशेष साफ-सफाई की आवश्यकता होती है. यहां साफ-सफाई की जिम्मेवारी जेएनएसी की है. लेकिन उनके द्वारा किस प्रकार की सफाई की जाती है, उसकी गवाही यह कचरे का ढेर दे रहा है.
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