Ashok Kumar
Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले के बर्मामाइंस थाना क्षेत्र में स्क्रैप और रंगदारी को लेकर आये दिन फायरिंग की घटनायें होती है. पहले कभी यहां पर परमजीत सिंह गिरोह का बोलबाला था. अब समय के साथ दूसरा गिरोह भी पनप रहा है. जिस जगह पर फायरिंग की घटना होती है ठीक वहीं पर रेलवे का स्क्रैप उतारने का काम किया जाता है. इस बीच ही रंगदारी मांगी जाती है. रंगदारी देने में आना-कानी करने पर ही बदमाश अपना वर्चस्व कायम रखने के लिये फायरिंग करते हैं. यहां पर रेलवे और टिस्को दोनों का माल उतारने का काम किया जाता है. ठीक यहीं पर एफसीआइ का लोडिंग और अनलोडिंग का भी काम होता है. यहां पर नशेड़ियों का भी जमावड़ा लगा होता है. फायरिंग की घटनाओं से पूरे बर्मामाइंस के लोगों में दहशत होता है. वे खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं.
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केस- 1- एफसीआइ ठेकेदार को गोली मारी
16 दिसंबर 2022 की बात करें तो एफसीआइ गोदाम के ठेकेदार अजय पांडेय उर्फ भोला पांडेय पर फायरिंग की गयी थी. यह फायरिंग कैरेज कॉलोनी संतोषी मंदिर के पास की गयी थी. घटना के बाद मामले में अजीत गुप्ता, पवन मंडल, मनोज दास और बागबेड़ा का आयुष दास को आरोपी बनाते हुये मामला दर्ज किया गया था. गोली पैर पर गोली लगी थी. मामले में पुलिस ने आरोपी मनोज दास को 21 दिसंबर को रागयढ़ से गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
डकैती और लूट का आरोपी है अजय पांडेय
अजय पांडेय की बात करें तो उसके खिलाफ डकैती और लूट का भी मामला दर्ज है. चक्रधरपुर में मालगोदाम से डकैती करने का मामला 2019 में दर्ज किया गया था. इसी तरह से परसूडीह थाने में भी लूट का मामला दर्ज है. बर्मामाइंस थाने से वह हथकड़ी के साथ फरार हो गया था.
केस- 2- कंटेनर यार्ड में मांगी गयी थी रंगदारी
16 जून 2022 को बर्मामाइंस कंटेनर यार्ड के पास से किशोर सुमन से रंगदारी मांगी गयी थी. नहीं देने पर फायरिंग की गयी थी. फायरिंग करने में आरोपी भुइयांडीह का राहुल राय और सोनु को बनाया गया था. राहुल और सोनु को पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा था. राहुल की बात करें तो उसपर सिर्फ साकची थाने में ही 5 मामले दर्ज हैं.
केस- 3- मनोज दास पर की गयी थी फायरिंग
22 जून 2022 को बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के डनलप मैदान में मनोज दास पर फायरिंग की गयी थी. पिस्टल लॉक होने से मनोज दास बच गया था. घटना के बाद बसंत उपाध्याय और आनंद कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. आनंद और बसंत के बारे में पुलिस का कहना है कि दोनों अलग-अलग गिरोह चलाता है.
केस- 4- अजीत गुप्ता पर फायरिंग
अजीत गुप्ता पर 10 जुलाई 2022 को बर्मामाइंस में फायरिंग की गयी थी. मामले में पुलिस ने आरोपी रघुवीर पाठक, आजाद पॉल और सुमित कुमार सिंह को 3 अक्टूबर 2022 को जेल भेजा था. तीनों आरोपी परसुडीह पुलिस के हत्थे एक लूट के मामले में चढ़े थे. घटना का आरोपी कुणाल ने थाने में सरेंडर किया था इसके बाद पुलिस ने जेल भेजा था.
केस- 5- पार्टनरशीप विवाद में मारी गोली
अफजल और उसके साथियों ने रियाज खान को स्क्रैप के विवाद में 5 जनवरी की आधी रात को गोली मारी थी. गोली उसके पेट में लगी थी. दोनों स्क्रैप कारोबारी हैं और साथ में पार्टनर भी हैं. कुछ माह से दोनों के बीच लेन-देन को लेकर ही विवाद चल रहा था. स्क्रैप बेचने के बाद रुपये को लेकर विवाद था. इस मामले में पुलिस दूसरे दिन भी किसी को गिरफ्तार नहीं कर पायी है.
केस- 6- मनोज सरकार था सक्रिय
जुगसलाई का रहनेवाला परमजीत सिंह गिरोह का मनोज सरकार 2008 में सक्रिय हुआ करता था. मनोज सरकार रंगदारी मांगने के मामले में कई बार जेल जा चुका है. ठेकेदार मनोज पांडेय हत्याकांड में मनोज सरकार अब भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है. इसके पहले यहां पर रंगदारी मांगने का काम आनंद राव किया करता था. लोको कॉलोनी के रहनेवाले आनंद राव की जुगसलाई वीर कुंवर सिंह चौक पर गोली मारकर हत्या की गयी थी. इसके बाद जोगा राव ने इसकी बागडोर को संभाला था, लेकिन जोगा राव अब इस खेल से बाहर आ चुका है.
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