- स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट का तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न
- 60 प्रतिभागियों ने प्रस्तुत किये अपने शोध पत्र, श्रेष्ठ प्रस्तुति के लिए यूनिवर्सिटी की शिक्षिका व तीन छात्र पुरस्कृत
- इंजीनियरिंग विभाग में शुरू हुआ दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन
Jamshedpur (Anand Mishra) : अर्का जैन यूनिर्सिटी के स्कूल ऑफ कॉमर्स एंड मैनेजमेंट की ओर से दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसका विषय ‘वैश्विक परिदृश्य को नेविगेट करना : व्यवसाय और अर्थव्यवस्था में सतत रणनीतियों को अपनाना’था. इसमें मुख्य अतिथि टाटा स्टील के पूर्व सीएफओ रमेश चंद्र नंदराजोग थे. उन्होंने सतत विकास पर अपने विचार व्यक्त किए और अपने जीवन के अनुभवों को कुछ उदाहरणों के साथ साझा किया. उन्होंने जीवन में सफल व्यक्ति बनने के गुर बताये. साथ ही किसी व्यक्ति के जीवन में प्रासंगिक भाग्य और कड़ी मेहनत की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। किंग सऊद विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ दुर्गा प्रसाद ने संयुक्त राष्ट्र के सभी एसडीजी लक्ष्यों और जीवन के चार वित्तीय लक्ष्यों के बारे में बताया. दक्षिण अफ्रीका के डरबन यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रवींद्र रेना भी संगोष्ठी में शामिल हुए.
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शुभम खन्ना ने स्थिरता व इसके भविष्य पर रखे अपने विचार
उन्होंने बताया कि अर्थव्यवस्था और व्यवसाय में स्थिरता कैसे प्रासंगिक है और यह पर्यावरण को कैसे प्रभावित कर सकती है. उद्घाटन सत्र के अंतिम वक्ता टाइम जमशेदपुर के निदेशक शुभम खन्ना ने स्थिरता और इसके भविष्य पर अपने विचार रखे. अगली कड़ी में, वित्त, विपणन, मानव संसाधन और सामान्य प्रबंधन ट्रैक पर चार तकनीकी सत्र हुए. इमें लगभग 60 प्रतिभागियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत करते हुए स्थिरता प्राप्त करने के उपायों पर चर्चा की. प्रत्येक तकनीकी सत्र में सर्वश्रेष्ठ पेपर प्रस्तुत करनेवाले प्रतिभागी को पुरस्कृत किया गया. अरका जैन विश्वविद्यालय की सहायक प्रोफेसर अंकिता सिंह, छात्रा सदफ फातमा, यश कुमार बिन्हा और स्नेहा कुमारी ने तकनीकी सत्र में सर्वश्रेष्ठ पेपर का पुरस्कार हासिल किया.
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इस अवसर पर ये लोग हुए शामिल
समापन सत्र में अचिंता चटर्जी ने स्थिरता और इसके भविष्य की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला. इस अवसर पर विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड के चेयमैन प्रो (डॉ) एसएस रजी, कुलपति डॉ ईश्वरन अय्यर, निदेशक सह कुलसचिव डॉ अमित श्रीवास्तव, डीएसडब्लूय प्रो (डॉ) अंगद तिवारी, संयुक्त कुलसचिव डॉ जसबीर सिंह धंजल, यूजी प्रोग्राम की सहायक डीन डॉ पोम्पी दास सेनगुप्ता, डीन, विभिन्न विभागों के एचओडी, संकाय सदस्य और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
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दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस आरंभ
दूसरी ओर अरका जैन यूनिवर्सिटी में शुक्रवार से मशीन, विनिर्माण, मॉडलिंग और प्रौद्योगिकी में हाल के रुझानों पर आधारित दो दिवसीय नेशनल कांफ्रेंस (आरटीएमएमएमटी-2024) आरंभ हुआ. यह सम्मेलन मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड आईटी की ओर से किया गया है. इसमें मुख्य अतिथि सीएसआईआर-एनएमएल जमशेदपुर के निदेशक डॉ संदीप घोष चौधरी ने सामग्री प्रौद्योगिकी, धातु काटने, जोड़ने और एडिटिव विनिर्माण, धातु निर्माण, मशीन टूल डिजाइन, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स में महत्वपूर्ण प्रगति पर चर्चा के लिए इस कार्यक्रम के महत्व पर प्रकाश डाला.
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यह कार्यक्रम पेशेवरों व शिक्षाविदों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा
बताया गया कि यह कार्यक्रम इस क्षेत्र के पेशेवरों और शिक्षाविदों के लिए एक महत्वपूर्ण सम्मेलन साबित होगा. कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ अश्विनी कुमार ने की, जबकि संयोजन डॉ अनुपम कुमारी और डॉ कुलदीप साहू कर रहे हैं. सम्मेलन का उद्घाटन सीएसआईआर-एनएमएल जमशेदपुर के निदेशक डॉ संदीप घोष चौधरी, एनआईटी जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग प्रमुख प्रो (डॉ) संजय, अरका जैन विश्वविद्यालय के निदेशक सह कुलसचिव डॉ अमित श्रीवास्तव, विश्वविद्यालय प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष प्रो (डॉ) एसएस रजी और कैंपस में निदेशक सह छात्र कल्याण के डीन डॉ अंगद तिवारी समेत गणमान्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया.