पीएनबी में दिनदहाड़े 50 लाख की लूट, जांच में जुटी पुलिस
85% फुटवियर निर्माताओं के लिये बीआईएस मानकों का पालन मुश्किल
श्री सोंथालिया ने पत्र में बताया है कि 90% फुटवियर का उत्पादन बड़े पैमाने पर छोटे एवं कुटीर उद्योग में किया जाता है. इस वजह से भारत में फुटवियर निर्माण के बड़े हिस्से पर बीआईएस मानकों का पालन करना बेहद मुश्किल काम है. कैट के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा फुटवियर निर्माता है. दस हजार से अधिक निर्माण इकाइयां और लगभग 1.5 लाख फुटवियर व्यापारी 30 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दे रहे हैं. जिनमें ज्यादातर फुटवियर बेहद सस्ते और पैरों की सुरक्षा के लिये बनाए जाते हैं. फुटवियर के 85% निर्माता बहुत छोटे पैमाने पर निर्माण करते हैं एवं बुनियादी जरूरतों से भी महरूम हैं. इसलिए उनके द्वारा सरकार द्वारा फुटवियर के लिये निर्धारित बीआईएस मानकों का पालन करना संभव नहीं होगा. इस पर सरकार को विचार करना करना चाहिए. इसे भी पढ़ें: शाम">https://lagatar.in/evening-news-diary-7apr-rmc-number-one-in-tax-collection-jharkhands-air-is-polluted-rss-branch-will-be-there-in-every-village-country/">शामकी न्यूज डायरी।।7APR।। झारखंड कांगेस में फिर रार। मालिक कोई भी खदान होगा केंद्र का – SC। टैक्स कलेक्शन में RMC नंबर एक। झारखंड की हवा हुई प्रदूषित। खादी बोर्ड पर कर्मियों की कुंडली। अप्रैल-जुलाई तक 40 लाख शादियां। बिहार के अलावा कई वीडियो।। [wpdiscuz-feedback id="9thyzeorz7" question="Please leave a feedback on this" opened="1"][/wpdiscuz-feedback]

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