Jamshedpur : जमशेदपुर कोर्ट के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-2 की अदालत ने गुरुवार को पांच साइबर अपराधियों को करोड़ों की अवैध निकासी में दोषी करार दिया है. जिन अपराधियों पर दोष साबित हुआ है उनमें भिलाईपहाड़ी निवासी सोनू कुमार महतो, काशिदा एलआईसी कॉलोनी घाटशिला निवासी प्रदीद कुमार मजुमदार, के अलावा अप्राथमिक अभियुक्त महेश कुमार पोद्दार, रितेश कुमार और मंतोष पोद्दार शामिल है.
ऑनलाइन शॉपिंग में नकली सामान भेजकर रिफंड के नाम पर खातों की जानकारी उड़ाते थे
इन साइबर अपराधियों ने अपने शिकार तलाशने का अनुठा तरीका निकाला. पहले सोशल मीडिया पर ऑनलाइन ब्रांडेड सामान का विज्ञापन देकर नकली सामान भेजा. फिर सामान वापस करने पर रिफंड करने के नाम पर लोगों से उनके बैंक खातों से जुड़े विवरण प्राप्त कर उससे पैसे उड़ा लेते थे. साथ ही मोबाइल टावर लगाने, नौकरी और कैश देने के नाम पर प्रलोभन देकर या लक्की ड्रॉ के विजेता का प्रलोभन देकर एकाउंट विवरण हासिल कर आमलोगों के खातों से लाखों उड़ा लिए. कई बैंकों में सोनू कुमार महतो ने फर्जी दस्तावेज से खोल रखे थे खाते
अभियुक्त सोनू कुमार महतो जो कि अभी न्यायिक हिरासत में है, ने विभिन्न बैंकों में अपने फर्जी नाम और पते से बैंक एकाउंट खोल रखे थे. जिनमें वह साईबर ठगी के पैसे ट्रांसफर या निकासी किया करता था. इनमें इंडियन बैंक के एकाउंट से करीब 1.82 लाख रु, फेडरल बैंक एकाउंट से करीब 1 लाख रुपए, आईडीबीआई बैंक एकाउंट से करीब 13 लाख रु, इंडियन बैंक एकाउंट से 10 लाख रु, आईडीबीआई बैंक एकाउंट से 5 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा शामिल है. बिष्टुपुर इंडियन बैंक के ब्रांच मैनेजर संजय कुमार सिन्हा की शिकायत पर सोनू कुमार महतो के खिलाफ वर्ष 2020 में मामला दर्ज किया गया था. अनुसंधान में पुलिस को पता चला कि भिलाईपहाड़ी के मुखियाडांगा का रहनेवाला सोनू एमजीएम में भाड़े के मकान में रहता है. वहां दबिश देकर पुलिस ने कई बैंकों के पासबुक, चेकबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड सहित कई दस्तावेज और मोबाइल, प्रिंटर, लेमिनेटर जब्त किए थे. प्रदीप मजुमदार ने महिंद्रा बैंक के खाते से की थी 1.12 करोड़ की जमा-निकासी
दूसरे अभियुक्त प्रदीप मजुमदार ने भी अपने नाम से कोटक महिंद्रा बैंक में एकाउंट खोलवारकर साईबर ठगी के कुल 1.12 करोड़ रु की अवैध जमा निकासी की थी. छापेमारी के क्रम में उसके घाटशिला के काशिदा एलआईसी कॉलोनी से पुलिस ने कई दस्तावेज और उपकरण बरामद किए थे. इसी तरह रितेश कुमार ने भी इंडियन ओवरसीज बैंक के एकाउंट से साइबर ठगी के जरिए 14.41 लाख रु की अवैध जमा निकासी की थी. चौथे अभियुक्त महेश कुमार पोद्दार ने भी अपने आईसीआईसीआई बैंक के एकाउंट से 18.66 लाख रु की अवैध जमा निकासी की गई थी. पांचवें अभियुक्त मंतोष कुमार पोद्दार के घर पर भी पुलिस को कई दस्तावेज मिले थे. [wpse_comments_template]
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