Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : पूर्वी सिंहभूम जिला परिवहन विभाग राजस्व संग्रहण में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है. वहीं यातायात व्यवस्था की हालत दयनीय होती जा रही है. जहां वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम तिमाही में लक्ष्य के विरुद्ध विभाग ने 108.96% राजस्व संग्रह किया. वहीं अप्रैल व मई माह में 52 दुर्घटनाओं में 30 लोगों की मौत हो गई जबकि 31 लोग घायल हो गए. जो जिले की यातायात व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते है.
इसे भी पढ़ें :जमशेदपुर : 31 जुलाई को होगा एडीएल सोसायटी का चुनाव, 15 से मिलेगा नामांकन फार्म
प्रथम तिमाही में 55 करोड़ 47 लाख की राजस्व संग्रह,11575 नई गाड़ियों का निबंधन
जिला परिवहन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के प्रथम तिमाही में 55 करोड़ 47 लाख 82 हजार 212 रुपये राजस्व संग्रह किया. जो लक्ष्य का 108.96 % है. प्रति माह 16 करोड़ 99 लाख का लक्ष्य के विरुद्ध विभाग ने अप्रैल माह में 17 करोड़ 86 लाख 14 हजार 477 रुपये, मई माह में 18 करोड़ 72 लाख 62 हजार 397 और जून माह में 18 करोड़ 89 लाख पांच हजार 338 रुपये राजस्व संग्रह किया.वहीं तीन माह में 11575 नई गाड़ियों का निबंधन किया गया.जिसमें 8705 दो पहिया, 355 तीन पहिया, 1759 कार के अतिरिक्त अन्य गाड़ियों का निबंधन किया गया.
इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर : लाइन कटने से गुस्साए युवक ने बिजली मिस्त्री को पीटा
दो माह में 52 दुर्घनाओं में 30 मौत
सड़क सुरक्षा विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार केवल अप्रैल व मई माह 52 दुर्घटनाएं हुई जिसमें 30 लोगों की मौत हुई जबकि 31 लोग घायल हो गए.अप्रैल 22 माह में 26 दुर्घटनाएं हुई इसमें 16 लोगों की मौत जबकि 14 लोग घायल हुए. वहीं मई माह में भी 26 दुर्घटनाएं हुई. जिसमें 14 लोगों की मौत हुई जबकि 17 लोग घायल हुए.
इसे भी पढ़ें :सरायकेला : बंद पड़े अनुमंडल पुस्तकालय भवन का रंग-रोगन होने से पाठकों में जगी नयी आस
जमशेदपुर में यातायात पुलिस बल की संख्या अपेक्षा अनुरूप है कम
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ट्रैफिक पुलिस में 350 जवानों का पद सृजित है, जबकि वर्तमान में मात्र 75 जवान तैनात हैं. वह भी कभी-कभार विधि व्यवस्था में कुछ जवानों को लगा दिया जाता है. पूरे शहर की यातायात व्यवस्था मात्र 75 जवानों के भरोसे है. इतना ही नहीं ट्रैफिक डीएसपी जैसे महत्वपूर्ण पद भी ट्रैफिक डीएसपी बबन सिंह के रिटायर होने के बाद से प्रभारी पदाधिकारी के भरोसे है.
Leave a Reply