Jamshedpur : जमशेदपुर के कदमा जीपी स्लोप स्थित लौंगिया अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 1-ए में गुरुवार सुबह ईडी की टीम छापेमारी करने पहुंची थी. यह फ्लैट रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन की है. उक्त फ्लैट में छवि रंजन के माता-पिता रहते थे. फिलहाल यह फ्लैट खाली पड़ा था. इधर 12 घंटे की छापेमारी के बाद शाम 6.10 बजे ईडी की टीम वापस लौट गई. इस दौरान टीम को कई अहम दस्तावेज मिले हैं. जिसमें जमीन से जुड़े कागजात भी शामिल होने की आशंका है. छापेमारी टीम में एक महिला समेत छह लोग शामिल थे.
इसे भी पढ़ें : बोकारो : अंशुमन पर केस वापस लेने का बनाया जा रहा दबाव, बातचीत का ऑडियो वायरल
सेना की 4.55 एकड़ जमीन गलत तरीके से बेचने का है आरोप
आईएएस अधिकारी छवि रंजन को जिन मामलों को लेकर ईडी संदेह के दायरे में रखकर छापेमारी कर रही है. इसमें रांची के करम टोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन को गलत तरीके से बेचने, कई जमीनों की रजिस्ट्री, उसका म्यूटेशन भी गलत तरीके से कराने का मामला शामिल हैं. इस मामले के संज्ञान में आने के बाद रांची नगर निगम की ओर से बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. वहीं रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि प्रदीप फर्जी दस्तावेज दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था. आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिले थे.