: टाटा–हावड़ा स्टील एक्सप्रेस के चक्के से निकला धुआं, बचे यात्री
डिप्रेशन में रहते थे - राजू
बेटे राजू ने बताया कि पिता (हिरावन ठाकुर) सुबह सैलून खोलने के लिए निकले थे. इसके बाद जब घर वालों ने उनके फोन पर कॉल किया तो फोन नहीं लगा. घर वालों ने उन्हे ढूंढना शुरू किया. सभी तालाब के पास पहुंचे तो देखा की लोगों की भीड़ लगी हुई है और पास ही पिता की गाड़ी खड़ी है. उन्होंने बताया कि उनकी मां की तबीयत अक्सर खराब रहती है जिसको लेकर पिताजी डिप्रेशन में थे. संभवतः मां की बीमारी से तंग आकर उन्होंने आत्महत्या की है. इसे भी पढ़ें :कोडरमा">https://lagatar.in/koderma-in-support-of-rahul-gandhi-congressmen-marched-including-2-news/">कोडरमा: राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेसियों ने की पदयात्रा समेत 2 खबरें [wpse_comments_template]
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