Jamshedpur: टिनप्लेट नानक नगर में पिछले दिनों धर्मांतरण के मामले में हुए विवाद के बीच बुधवार को अच्छी खबर आई. अपनी निजी समस्याओं को लेकर तथाकथित पास्टर रवि सिंह की चंगाई सभा में शामिल होने वाले काशीडीह निवासी गुरमीत सिंह ने सिख समाज में वापसी की. इस पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे एंड टीम ने उन्हें सरोपा देकर सम्मानित किया. इससे पूर्व सीजीपीसी में गुरमीत ने यह स्वीकार किया कि उससे गलती हुई. वह भटक गया था. किसी ने कहा था कि चंगाई सभा में जाने से उसके पैरों का दर्द ठीक हो जाएगा.
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गुरु दरबार में माफी मांगने का निर्देश
प्रधान मुखे ने गुरमीत को आश्वस्त किया कि सीजीपीसी में क्षमा याचना करने से आपकी भूल बख्शी जाती है. उन्हें श्री दरबार साहिब में भी गुरु दरबार में माफी मांगने व श्री गुरुग्रंथ साहिब पर आस्था बरकरार रखने का निर्देश दिया गया. उन्होंने भरोसा दिया कि वे पूर्णरूप से धर्म के प्रति समर्पित रहेंगे. इस मौके पर कन्वेनर दलजीत सिंह दल्ली, महेंद्र सिंह, अमरजीत सिंह अंबे, जसबीर सिंह पदरी आदि पदाधिकारी उपस्थित थे.
सीजीपीसी ने किया था तलब
मालूम हो कि धर्मांतरण के मामले को लेकर उठे विवाद के बीच सीजीपीसी ने धर्म छोड़ने वालों की घर वापसी की बात कही थी, तथा जरूरतमंद परिवारों को मदद का भरोसा दिया था. उसी कड़ी में गुरमीत के पास्टर की सभा में शामिल होने की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्हें तलब किया गया. मुखे ने अपील की है कि और भी जो लोग सभा में शामिल होते रहे हैं, उन्हें खुद गुरु मर्यादा अनुसार धर्म में वापसी कर लेनी चाहिए, सीजीपीसी उनके लिये हमेशा खड़ी रहेगी.
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