Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : स्थायीकरण की मांग का लेकर रविवार को अनुबंध पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कदमा स्थित आवास का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया. स्वास्थ्य कर्मियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती हैं वे काम पर नहीं लौटेंगे. स्वास्थ्य कर्मियों ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है. आवास घेराव के दौरान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता आंदोलनकारियों से मिलने पहुंचे. वे आंदोलनकारियों के साथ ही सड़क पर बैठ गए.
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बीच का रास्ता निकालेंगे : बन्ना गुप्ता
उन्होंने आश्वासन दिया कि वे रांची जाकर अपर मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री से इस संबंध में बात करेंगे. उन्होंने कहा कि यह मामला गंभीर है. अनुबंध पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों की मांग काफी पुरानी है. इस संबंध में मुख्यमंत्री भी काफी संवेदनशील हैं. रांची में बातचीत के बाद बीच का कोई रास्ता निकालेंगे. इस संबंध में अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी संघ की केंद्रीय उपाध्यक्ष शर्मिला ठाकुर ने कहा कि वर्षों से आश्वासन के भरोसे कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों के साथ न्याय करना होगा. वैश्विक महामारी में ट्रेंड स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों की सेवा की. स्वास्थ्य मंत्री ने पिछले दिनों अनुबंध पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को स्थायीकरण का आश्वासन दिया था. बार-बार सरकार की ओर से उन्हें नियमित करने का आश्वासन दिया जाता है, मगर स्थायी नहीं किया गया है.
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16 साल से अनुबंध पर कर रहे काम
अब तक इस संबंध में सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया है. ठाकुर ने कहा कि पिछले 16 सालों से स्वास्थ्य कर्मी अनुबंध पर अपनी सेवा दे रहे हैं. आखिर कब तक स्वास्थ्य कर्मी अस्थायी तौर पर कार्य करते रहेंगे. सरकार को स्वास्थ्य कर्मियों को स्थायी अथवा नियमित करना ही होगा. उल्लेखनीय है कि पिछले 5 दिनों से राज्यभर के अनुबंध आधारित स्वास्थ्य कर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए हैं. इससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं.