Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : जमशेदपुर में सैरात बाजार अब सरकार के अधीन है. इसके बाद भी इसकी खरीद-बिक्री का सिलसिला बंद होने का नाम नहीं ले रहा है. बाजार में हाल ही में एक दुकान ढाई करोड़ रुपए में बेच दी गई है. यह दुकान पहले एक मोची की थी. कुछ साल पहले इसे शहर के एक मशहूर बिल्डर ने खरीद ली थी. तब बिल्डर ने इसे पांच लाख रुपये में खरीदा था. मगर, अब ये दुकान ढाई करोड़ रुपये में बिकी है. इसे एक ज्वेलर्स ने खरीदा है, जबकि नियमानुसार यह सरकार की जायदाद है. इसका बेचना और खरीदना नियमों का उल्लंघन है. इसके बाद भी इसकी खरीद-बिक्री की जा रही है. अब सैरात बाजार का मालिक जिला प्रशासन है. मगर, जिला प्रशासन इसकी अनदेखी कर रहा है. साकची में ही कई दुकानें ऐसी हैं जिन्हें आवंटित किसी को किया गया और अब दुकान कोई और चला रहा है.
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सरकार को लग रहा चूना
जिला प्रशासन ने लीज एरिया में संपत्ति की रजिस्ट्री पर रोक लगा दी थी. यह रोक तत्कालीन डीसी अमिताभ कौशल ने लगाई थी. तब से यह रोक चली आ रही है. मगर, जो लोग सैरात बाजार की दुकान खरीद रहे हैं, वे इसका निबंधन नहीं कराते. निबंधन कराने के बजाए ये लोग एग्रीमेंट बना कर खरीद-बिक्री कर रहे हैं. इससे सरकार को भी लाखों रुपये का चूना लग रहा है. सैरात बाजार की दुकानों की खरीद-बिक्री रोकने के लिए जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति (जेएनएसी) एसओपी तैयार कर रहा है. अभी एसओपी तैयार हो रही है. उधर, कतिपय लोग दुकान की खरीद-बिक्री में जुटे हुए हैं.
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