Jamshedpur (Anand Mishra) : जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी के इग्नू स्टडी सेंटर में बीएड प्रोग्राम की कार्यशाला के तीसरे दिन गुरुवार को प्रार्थना सभा के साथ प्रथम सत्र की शुरुआत हुई. इसमें केंद्र समन्वयक डॉ त्रिपुरा झा ने आज होने वाले चारों सत्र का विषय प्रवेश कराते हुए उन्हें पाठ योजना के 5ई मॉडल के महत्व एवं उपयोग में संक्षिप्त जानकारी दी. प्रथम सत्र की विशेषज्ञ कोल्हान विश्वविद्यालय की एमएड विभागाध्यक्ष डॉ सुचित्रा बेहरा ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से ‘5 ई प्रतिमान के उपागम’ की विस्तृत से चर्चा की. शिक्षार्थियों को सत्र के पश्चात पाठ योजना विकास के कार्य लिए एक शीर्षक पर दिया गया. द्वितीय सत्र में जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में सहायक प्राध्यापक अजीत कुमार दुबे ने ‘शिक्षण अधिगम में आईसीटी संसाधनों के एकीकरण की प्रक्रिया और उपयोग’ पर पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से शिक्षार्थियों को जागरूक किया.
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तृतीय एवं चतुर्थ सत्र के संसाधन सेवी कोल्हान विश्वविद्यालय के डॉ मनोज कुमार ने शिक्षण अधिगम के लिए श्रव्य-दृश्य कार्यक्रमों के निर्माण एवं शैक्षणिक उपयोग के लिए श्रव्य दृश्य घटक संरचित करने और विकसित करने के गुर बताये. अंतिम सत्र में अधिगम संसाधनों को विकसित करने के लिए शिक्षार्थियों को जागरूक करते हुए स्थानीय स्तर पर उपलब्ध सामग्री का अधिगम संसाधन के रूप में उपयोग करने की विस्तृत जानकारी पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गयी. कार्यशाला के आयोजन में नेहा सुरुचि मिंज, प्रभाकर राव और उपेंद्र शर्मा की सरानीय भूमिका रही. राष्ट्रगान के साथ सत्र का समापन हुआ. कार्यशाला में शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं एवं संसाधन सेवी उपस्थित थे.
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