शनिवार को भी खुला रहेगा जमशेदपुर व धनबाद का पासपोर्ट सेवा केंद्र
आय कम हुई तो इंटरमीडिएट सेक्शन के संचालन में होगी परेशानी
कॉलेजों से मिली जानकारी के अनुसार यदि सीटों की संख्या घटायी जाती है, तो कॉलेजों के इंटमीडिएट सेक्शन की आय भी घट जायेगी, जबकि साइंस, कॉमर्स व आर्ट्स में पढ़ाये जाने वाले विषयों की संख्या कम नहीं की जा सकती है. बावजूद सभी विषयों की पढ़ाई के लिए शिक्षकों को रखना ही पड़ेगा. ऐसे में उन्होंने वेतन भुगतान भी उतना ही करना पड़ेगा. इसके अलावा अन्य खर्च में भी कोई कमी नहीं आयेगी. ऐसे में इंटमीडिएट सेक्शन के संचालन काफी कठिनाई का सामना करना पड़ेगा. इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-cctv-footage-surfaced-in-mango-firing-case/">जमशेदपुर: मानगो फायरिंग मामले में सीसीटीवी फुटेज आया सामने
सीटें कम करने को लेकर स्पष्ट निर्देश नहीं
जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज के प्राचार्य डॉ एसपी महालिक ने बताया कि इंटमीडिएट में एडमिशन को लेकर सरकार की ओर से अभी तक कोई चिट्ठी प्राप्त नहीं हुई है. सोशल मीडिया के माध्यम से ही चिट्ठी डाउनलोड की गयी है. चिटठी में जो उल्लेख है, उसे लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. चिट्ठी में दिये गये निर्देशों का हवाला देते हुए डॉ महालिक ने बताया कि सीटें कम करके एडमिशन लेने को कहा गया है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि कितनी अथवा कितने प्रतिशत सीटें कम करनी है. यदि अपने मन से सीटों की संख्या घटा कर भी एडमिशन लिया जाता है, तो बाद में नामांकित विदयार्थियों का रजिस्ट्रेशन कराने में परेशानी उत्पन्न हो सकती है. इसलिए सीटें घटाने के मसले पर झारखंड अधिविद्य परिषद (जैक) से निर्देश मांगा गया है. इसे भी पढ़ें : पलामू:">https://lagatar.in/palamu-acb-arrested-bada-babu-taking-bribe-in-special-land-acquisition-office/">पलामू:ACB ने विशेष भू अर्जन कार्यालय में बड़ा बाबू को घूस लेते किया गिरफ्तार
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