- मान्यता दीर्घीकरण के लिए दिसंबर-2022 में ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया को पत्र लिख चुका है जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज
- बीसीआई की ओर से अभी तक कोई पत्र भी नहीं आया, न निरीक्षण टीम आयी
- कॉलेज के भविष्य पर संकट
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पिछले साल शर्तों पर मिली थी मान्यता
को-ऑॅपरेटिव लॉ कॉलेज को पिछले वर्ष भी किसी तरह से बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिली थी. तब का काउंसिल ने एक साल की मान्यता देते समय शर्त रखी थी, जिसमें कॉलेज को शिक्षकों की कमी दूर करने, आधारभूत संरचना बेहतर बनाने तथा लाईब्रेरी को बेहतर करने की बात कही गयी थी. लेकिन कॉलेज एक शर्त को छोड़कर दूसरी कोई शर्त पूरी नहीं कर पाया है. आधारभूत संरचना की स्थिति यह है कि कॉलेज में कुल चार रूम हैं, जबकि स्थायी शिक्षकों की भारी कमी है. इसे भी पढ़ें : पटना">https://lagatar.in/bjp-leader-died-of-heart-ailment-during-protest-march-in-patna-reveals-post-mortem-report/">पटनामें विरोध मार्च के दौरान BJP नेता की मौत दिल की बीमारी से हुई, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ खुलासा
अभी तक चल रही पिछले सत्र का नामांकन प्रक्रिया
पिछले वर्ष भी कॉलेज को किसी तरह बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यता मिली थी. इसकी वजह से नामांकन प्रक्रिया नवंबर में शुरू हुई थी और अभी तक चल रही है. जिन छात्र-छात्राओं की अब तक दो सेमेस्टर की पढ़ाई व परीक्षा पूरी हो जानी चाहिए थी, उनका अभी तक उनका अभी दाखिला ही चल रहा रहा है. 120 सीटों पर एडमिशन होना है, लेकिन अभी तक सिर्फ 70 छात्र-छात्राओं का ही एडमिशन लिया है. अब भी 50 सीटें खाली हैं. इस पर नामांकन के लिए अब तीसरी मेधा सूची जारी करने की तैयारी है. इसे भी पढ़ें : मोदी">https://lagatar.in/modi-surname-defamation-case-sc-notice-to-purnesh-modi-gujarat-government-on-rahul-gandhis-plea/">मोदीसरनेम मानहानि मामला: राहुल गांधी की अर्जी पर पूर्णेश मोदी, गुजरात सरकार को SC का नोटिस
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