: कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी सेमेस्टर- 4 की परीक्षा 19 सितंबर से शुरू, कार्यक्रम जारी
अधिक किराए व सिक्योरिटी मनी के चलते नहीं आवंटित हो सकी थीं दुकानें
जब दुकानों का निर्माण हुआ था तब मानगो नगर निगम मानगो अधिसूचित क्षेत्र समिति था. समिति के अधिकारियों ने दुकानों का किराया और सिक्योरिटी मनी इतनी अधिक रखी थी कि आम फुटपाथ दुकानदार इसे नहीं ले सके. फुटपाथ दुकानदारों से ₹20000 सिक्योरिटी मनी और ₹800 प्रति महीना किराया मांगा गया था जो देने की उनकी हैसियत नहीं थी. बड़े-बड़े कारोबारियों ने दुकानें ले ली थीं. लेकिन जब बाद में देखा कि यहां दुकान चलाने से कोई फायदा नहीं है तो उन्होंने दुकानें वापस कर दीं. इसे भी पढ़ें :चाकुलिया">https://lagatar.in/chakulia-theft-by-unknown-thieves-in-chanduwa-middle-school/">चाकुलिया: चांदुवा मध्य विद्यालय में अज्ञात चोरों ने की चोरी
फुटपाथ विक्रेताओं को दुकानें मिलतीं तो सजता बाजार
लोगों का कहना है कि अगर फुटपाथ विक्रेताओं को उचित किराए पर दुकानें आवंटित कर दी जातीं तो सारे फुटपाथ विक्रेता एक साथ दुकानें खोल देते. इस तरह सब्जी बाजार चल जाता. लेकिन, दुकानें बड़े-बड़े करोड़पति लोगों को दी गई थीं, जो इस बात का इंतजार कर रहे थे कि बाजार सजे तो दुकान खोलें. महीना भर बीतने के बाद इन लोगों ने दुकानों पर कब्जा नहीं लिया. इसे भी पढ़ें :चाईबासा">https://lagatar.in/chaibasa-fire-caused-by-short-circuit-in-eye-hospital-of-sadar-hospital/">चाईबासा: सदर अस्पताल के आई हॉस्पिटल में शॉर्ट सर्किट से लगी आग [wpse_comments_template]
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