: कभी भी ध्वस्त हो सकती है नेताजी की मूर्ति, चबूतरे में आई दरारें
जमशेदपुर : साकची गुरुद्वारा में शब्द-कीर्तन के साथ लंगर का हुआ आयोजन

Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : देसी कैलेंडर अनुसार भादो माह की संग्राद पर गुरुवार को साकची गुरुद्वारा में संगत ने हाजरी भर गुरु ग्रन्थ साहिब के सम्मुख विश्व कल्याण के लिए अरदास की. साकची गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (एसजीपीसी) द्वारा आयोजित भादो माह की संग्रांद में संगत ने बड़ी संख्या में श्रद्धा भाव से गुरुद्वारा साहिब में माथा टेका और गुरु घर की खुशियां प्राप्त की. इस उपलक्ष्य पर आयोजित कीर्तन दरबार में गुरुद्वारा साहिब साकची के हजूरी रागी जत्था भाई कर्मवीर सिंह जी राजपुरा ने ``भदूय भरम भुलानिया दूजे लगा हेत, लख सिगार बड़ाईआ कारज नाहीं केत`` कीर्तन गायन किया. इस अवसर पर गुरुद्वारा साहिब साकची के ग्रंथी भाई अमृतपाल सिंह जी ने गुरमत विचार संगत के साथ साझा किए. जिसमें उन्होंने भादो माह की संग्राद के बारे वर्णन किया. कीर्तन दरबार की समाप्ति के उपरांत गुरु का अटूट लंगर बरताया गया. इसे भी पढ़ें : चाकुलिया">https://lagatar.in/chakulia-netajis-statue-may-collapse-anytime-cracks-in-the-platform/">चाकुलिया
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