Jamshedpur (Sunil Pandey) : सरकार के जवाबदेह मुलाजिम ही अगर अपने कार्यालय से गायब रहेंगे तो निचले स्तर के कर्मचारी कितनी तन्मयता से कार्य करेंगे, यह समझ सकते हैं. प्रखंडों के लिए मंगलवार एवं शुक्रवार को मुख्यालय दिवस घोषित किया गया है. एक तरह से उस दिन जनता दरबार लगाने का निर्देश है. मुख्यालय आने वाली जनता की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निष्पादन करना है. मुख्यालय दिवस के दिन वरीय से लेकर कनीय व चतुर्थवर्गीय कर्मचारियों की उपस्थित अनिवार्य होती है. लेकिन मंगलवार को जमशेदपुर प्रखंड सह अंचल कार्यालय में बीडीओ-सीओ समेत कई अधिकारी दोपहर 12.30 बजे तक कार्यालय नहीं पहुंचे थे. शुभम संदेश अखबार के संवाददाता ने जब इसकी पड़ताल की तो पाया कि दर्जनभर विभागों के कार्यालयों में ताला लटक रहा है.
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अधिकारियों के नहीं आने से कई फरियादी थक हारकर लौट गए

वहीं अपनी समस्याएं लेकर मुख्यालय आए लोग अधिकारियों के आने का इंतजार कर रहे हैं. कई फरियादी तो थक हारकर लौट गए. जमशेदपुर प्रखंड सह अंचल मुख्यालय के दो मंजिले भवन में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बैठने के लिए 45 कमरे (हॉल समेत) हैं. मुख्यालय के ग्राउंड फ्लोर में अंचल कार्यालय है. जहां अंचलाधिकारी, अंचल निरीक्षक, नजारत, प्रधान लिपिक, समेत राजस्व निरीक्षक कंप्यूटर ऑपरेटर वगैरह बैठते हैं. वहीं इसी तल पर बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का भी कार्यालय है. जबकि प्रथम तल पर प्रखंड विकास पदाधिकारी. प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, जनगणना कोषांग, प्रखंड समन्वयक, प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (मनरेगा), सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी समेत अन्य के कमरे हैं.
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इन विभागों के कार्यालयों पर लटका रहा ताला
प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (मनरेगा), प्रखंड सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी, श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन मिशन, सहकारिता प्रसार पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सांसद कक्ष, विधायक कक्ष, जनगणना कोषांग, प्रखंड समन्वयक समेत कई कंप्यूटर ऑपरेटर का कक्ष भी बंद था.
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तीन माह से नहीं मिली है पेंशन- राजेंद्र दुबे
परसुडीह थानान्तर्गत खासमहल के रहने वाले बुजुर्ग राजेंद्र अग्रवाल मंगलवार को अपने बकाया पेंशन के संबंध में जानकारी लेने सुबह 11 बजे आए थे. लेकिन उस समय पेंशन से जुड़ी जानकारी देने के लिए कोई नहीं था. दो घंटे इंतजार के बाद वे लौट गए. कहा कि बुढ़ापे में पेंशन ही सहारा है. तीन माह से परेशान हैं.
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तालाब अतिक्रमण की नहीं कर पाए शिकायत
बागबेड़ा थानान्तर्गत हरहरगुटू देवता भवन के समीप रहने वाले विजय चंद्रवंशी अंचलाधिकारी से मिलने आए थे.अंचलाधिकारी एवं अंचल निरीक्षक का कक्ष बंद रहने के कारण वे उनसे नहीं मिल सके. उन्होंने बताया कि हरहरगुटू से सटे घाघीडीह मौजा में राजा तालाब से सटे सरकारी तालाब का अतिक्रमण कर उसे भर दिया गया है. इसकी शिकायत करने के लिए अंचल कार्यालय आए थे. अधिकारियों के नहीं रहने के कारण बैरंग लौटना पड़ा.
विभागीय कार्य से रांची हाई कोर्ट जाने के कारण मंगलवार को कार्यालय नहीं जा पाया
मनोज कुमार, अंचल अधिकारी.
जेएनएसी में मीटिंग में मौजूद रहने के कारण प्रथम पाली में कार्यालय नहीं जा पायी
सुधा वर्मा, प्रखंड विकास पदाधिकारी.
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