Jamshedpur (Anand Mishra) : नेशनल हॉकर फेडरेशन के बैनर तले बुधवार को फुटपाथी विक्रेता उपायुक्त कार्यालय पहुंचे. यहां उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा उनकी दुकानों को तोड़े व हटाये जाने पर विरोध जताया. फेडरेशन के जिला महासचिव उत्तम चक्रवर्ती ने बताया कि पथ विक्रेता (जीविका संरक्षण एवं पथ विक्रय विनियमन) अधिनियम-2014 का अनुपालन नहीं किया गया है. कानून के अनुसार तीस दिनों की न तो नोटिस दी गई और न ही टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक में पारित किया गया. 27 दुकाने बनाई गई हैं और सैकड़ो दुकानदारों की दुकानें तोड़ी गई हैं.
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उन्होंने कहा कि किनके आदेश से दुकानें तोड़ी गईं, यह सवाल है. अब केवल लीपापोती किया जा रहा है. जितने भी दुकानदार वहां दुकान लगाते थे, तोड़ने से पहले सभी दुकानदारों को बसाने के लिए नियमानुसार कोई योजना नही बनाई गई. रविवार की रात पूरे फ़ोर्स के साथ बाजार को घेर कर दुकानों को तोड़ना समझ से परे है. क्या ये सभी दुकानदार आतंकवादी थे. पर्व के समय सभी दुकानदारों ने अतिरिक्त पूंजी लगाई थी. लाखों रुपये उनके नुकसान हुए, उनकी भरपाई कैसे होगी. बाइक, कार आदि की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है. इसलिए सड़को का चौड़ीकरण किया जाता है, न कि गाड़ियों को प्रतिबंधित किया जाता है. उसी प्रकार पथ विक्रेताओ को उजाड़ने के बजाय वेंडिंग जोन एवं वेंडिंग मार्केट में बसाया जाना चाहिए. दुकानों को तोड़ने के लिए 1 दिन में ही योजना बन गई पर कानून बने 9 साल एवं स्कीम बने 6 साल हो गए. जमशेदपुर में एक भी वेंडर मार्केट नही बना. नेशनल हॉकर फेडरेशन एवं जमशेदपुर के सभी फुटपाथ दुकानदार कानून की रक्षा, अपना अधिकार लेने के लिए आंदोलनरत रहेंगे. सड़क से सदन अपनी मांगों को रखेंगे. न्याय के लिए हाईकोर्ट तक जाएंगे.
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