- अभिवंचित एवं कमजोर वर्ग के बच्चों को फीस नहीं देने के कारण स्कूल से निकाले जाने की शिकायत
- स्कूल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग
: कॉलेज छात्राओं के लिए टाटा मोटर्स की बस सेवा पुनः होगी शुरू उन्होंने बताया कि नौवीं कक्षा में आने के बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा इन बच्चों से इस सत्र (2023-24) की शुरुआत से लगातार फीस की मांग की जाती रही है, ये बच्चे इस स्कूल की आठवीं कक्षा तक निःशुल्क शिक्षा पाते रहे हैं. इन बच्चों के अभिभावकों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि फीस दे पायें और अब पिछले 22 जुलाई से स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस नहीं दे पाने के कारण पिंकी कुमारी (रजिस्ट्रेशन संख्या 0154/12) 2), पुष्पा तंतुबाई (रजिस्ट्रेशन संख्या 0157/12) और कृष्णा बोदरा (रजिस्ट्रेशन संख्या 0159/12) के स्कूल आने पर रोक लगा दी गयी है. उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को भारत सरकार द्वारा पूरे देश में लागू कर दी गयी है. इसका गहन अध्ययन किया जाये, तो पायेंगे कि इस कानून की कंडिका 8-8 में अभिवंचित एवं कमजोर वर्ग के बच्चों को 12वीं कक्षा तक नि:शुल्क शिक्षा देनी है. [wpse_comments_template]
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