Jamshedpur (Rohit Kumar) : उलीडीह थाना अंतर्गत ओल्ड सुभाष कॉलोनी लाइन नंबर 3सी निवासी अमरनाथ सिंह की हत्या मामले में पुलिस ने आरोपी पत्नी को हिरासत में ले लिया है. पांच घंटे चले हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद पत्नी मीरा सिंह को हिरासत में लेकर पुलिस थाना में उससे पूछताछ कर रही है. हालांकि, मीरा सिंह पुलिस को गुमराह कर रही है. कभी वह कहती है कि उनके पति अमरनाथ सिंह को उसने कई दिनों से नहीं देखा और कभी कहती है कि सगे संबंधियों ने उनकी हत्या कर दी. अब तक अमरनाथ की हत्या की गुत्थी नहीं सुलझ पाई है. पुलिस का मानना है कि मीरा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. इधर, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पोस्टमार्टम के बाद ही यह पता चल पाएगा की मौत किस दिन हुई और उसकी असली वजह क्या है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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घर के हर कमरों के दीवारों में लिखा है ओम
ओल्ड सुभाष कॉलोनी स्थित दो मंजिला मकान में मीरा पहले तल्ले में रहती है. इसी घर के एक कमरे में अमरनाथ का शव पाया गया. शव बिस्तर पर पड़ा हुआ था और शरीर पर कीड़े लग चुके थे. शव को जलाने का भी प्रयास किया गया है. शव के आस-पास पूजन सामग्री रखी हुई थी जिसे देखकर ऐसे लग रहा था कि किसी ने कमरे में तंत्र विद्या का इस्तेमाल किया हो. इधर, पुलिस ने जब घर के सभी कमरे की जांच की तो हर कमरे की दीवारों पर ओम लिखा पाया. इसके अलावा एक कमरे को पूजा घर बनाया हुआ था जहां भगवान की तस्वीर लगी हुई थी. जिस कमरे में मीरा सिंह रहती थी उस दीवार पर कई बातें लिखी हुई थी जिसे पेंट कर मिटाने का प्रयास किया गया है. दीवार पर लिखा है कि “ये सभी मेरी सासू मां और चौधरी मीरा सिंह के हत्यारे है”. दीवार पर कई नाम भी लिखे गए है जिसे मिटा दिया गया है. घर की छत पर भी कई समानों को जलाया गया है जिसकी जांच पुलिस कर रही है.
रियल स्टेट से लेकर स्क्रैप तक का था कारोबार
स्थानीय लोगों ने बताया कि अमरनाथ सिंह का रियल स्टेट और स्क्रैप का कारोबार था. इसके अलावा बोकारो में एक कंपनी भी थी. घर रहने के बावजूद दोनों पति-पत्नी मून सिटी में फ्लैट लेकर रहते थे. कारोबार में लगातार घाटा होने के बाद से चार साल पूर्व दोनों वापस घर में शिफ्ट हो गए. लोगों के अनुसार अमरनाथ दिवालिया हो गए थे. घर में मौजूद दोनों कारें बिक गई थी. इसके बाद से उनकी स्थिति खराब होती चली गई. लोगों ने अमरनाथ को अखिरी बार 26 फरवरी को देखा था उसके बाद से अमरनाथ नजर नहीं आए. संभवत: 27 फरवरी को ही उनकी हत्या कर दी गई.
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बेटा जयपुर में कर रहा पढ़ाई और बेटी बंगलौर में करती है जॉब
अमरनाथ सिंह का पुत्र ओम अमृत सिंह जयपुर में रहकर बीबीए की पढ़ाई करता है, जबकि बेटी कृतिका बंगलौर में रहकर जॉब करती है. बेटे ने ही पुलिस को फोन कर घटना की सूचना दी थी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. पुलिस की जांच के बाद ही मामले का खुलासा हो सकेगा. फिलहाल पुलिस हर पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है.