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Jamshedpur (Anand Mishra) : जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित लोयोला स्कूल, संत मेरी स्कूल सुमित अन्य प्राइवेट स्कूलों में इंट्री कक्षा में नामांकन के लिए चयनित सामान्य वर्ग के बच्चों का स्कूल प्रबंधन की ओर से इंटरव्यू लेने की बात प्रकाश में आई है. बताया जाता है कि इन स्कूलों में नामांकन के लिए चयनित बच्चों की लिट्रेसी स्किल जांचने के नाम पर इंटरव्यू लेने की घोषणा की गई है. इसे लेकर जमशेदपुर अभिभावक संघ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी सैनिक स्कूलों के खिलाफ शिकायत करते हुए इंटरव्यू पर अविलंब रोक लगाने का देश देने की मांग की है.
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बता दें कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई)-2009 की धारा 13 (1) के प्रावधान के मुताबिक कोई विद्यालय या व्यक्ति किसी बालक को प्रवेश देते समय कोई प्रति व्यक्ति फीस संगृहीत नहीं करेगा और बालक या माता-पिता अथवा संरक्षक को किसी अनुवीक्षण प्रक्रिया के अधीन नहीं रखेगा. इसके अलावा धारा 13 (2) (ख) के प्रावधान के अनुसार किसी बालक के अनुवीक्षण प्रक्रिया के अधीन रखता है तो 25 से 50 हजार रुपए तक जुर्माना हो सकता है. इन प्रावधानों की ओर जिला शिक्षा पदाधिकारी का ध्यान आकृष्ट करते हुए संघ ने इसे आरटीई-2009 के नियमों व प्रावधानों का उल्लंघन बताया है. इस संबंध में संघ के अध्यक्ष डॉ उमेश कुमार ने जिला शिक्षा अधीक्षक को एक मांग पत्र भी सौंपा है. इसके माध्यम से उन्होंने लोयोला व सेंट मेरोज स्कूल द्वारा इंट्री कक्षा में चयनित सामान्य वर्ग के बच्चों से इंटरव्यू लेने पर रोक लगाने के साथ ही जमशेदपुर शहर के अन्य सभी स्कूलों की इंट्री कक्षा में चयनित बच्चों से इंटरव्यू न लेने का आदेश देने की मांग की है.
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