Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : सरकार द्वारा एक साजिश के तहत 980 ट्रेड यूनियनों का निबंधन रद्द किया गया.उक्त बातें भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री ने झारखंड प्रदेश इंटक की कार्यकारिणी की बैठक मे उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कही.उन्होंने कहा कि झारखंड इंटक में मतभेद तो है लेकिन मनभेद नही है जो संगठन के विकास का दृष्टिकोण से सही है. प्रदेश इंटक के चुनाव के संबंध में उन्होंने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधीकृत कर दिया जाए उनके द्वारा लिया गया निर्णय सबको मान्य होगा.उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की गठबंधन की सरकार होने के बावजूद ट्रेड यूनियनों का निबंधन नही होना बहुत गंभीर बात है. पिछली सरकारों द्वारा एक साजिश के तहत प्रदेश में ट्रेड यूनियनों के कमजोर करने के उद्देश्य निबंधन को रद्द किया गया.देश में इंटक मजदूरों का सबसे बड़ा संगठन है. इस लिए वर्तमान सरकार द्वारा संगठन को कमजोर करने को निरंतन प्रयास किए जा रहे है.
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निबंधन नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि हाल के दिनों में संगठित मजदूर की संख्या ये कमी आई है वही मजदूर नेताओ की संख्या में इजाफा हुआ है. मजदूरों की दुर्दशा का यह भी एक कारण है उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रहते हुए, यदि 980 ट्रेड यूनियन का निबंधन नहीं हो पा रही है, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि मजदूरों और संगठन को केंद्र में रख कर यदि कार्य किए जायेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी.
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आरक्षण को समाप्त करने के लिए सेना में ठेका प्रथा चालू किया गया- बन्ना
वहीं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सेना में ठेका प्रथा चालू करना सरकार द्वारा आरक्षण को समाप्त करने की दिशा में उठाया गया मजदूर विरोधी कदम है.उन्होंने कहा की केंद्र सरकार द्वारा पूंजीपतियों के हक में कार्य किया जा रहा है. पूंजीपति मजबूत हो रहे है और मजदूर कमजोर होते जा रहे. मोदी सरकार के कार्यकाल में किसानों के साथ अब मजदूर भी आत्महत्या करने को मजबूर हो रहे है. देश में 5 से 7 प्रतिशत स्थायी अथवा संगठित क्षेत्र में मजदूर रह गए हैं. जबकि असंगठित क्षेत्र में मजदूरो की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. देश में 50 से 60 फीसदी मजदूर असंगठित क्षेत्र में कार्यरत है.
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भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस की प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक रविवार को बिष्टुपुर माइकल जॉन सभागार में संपन्न हुई.कार्य़कारिणी बैठक में सबसे पहले एक मिनट ऱह कर दिवंगत लोगो को श्रद्धांजलि दी गई. त्तपश्चात अतिथियों द्वारा दीप जला कर कार्यक्रमं का विधिवत शुभारंभ किया गया. इस अवसर पर प्रदेश इंटक के अध्यक्ष राकेश्वर पांडे नें पूरे झारखंड से आए इटक के नेताओ का स्वागत करते हुए कहा कि कोरोना के कारण दो वर्षों के बाद कार्यकारिणी की सामुहिक बैठक हो रही है.उन्होंने झारखंड के कोने कोने से आए मजदूर नेताओं का स्वागत किया.
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ये थे उपस्थित
इंटक प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में संजीव कुमार चौधरी, आरके सिंह, गुरमीत सिंह, विनोद कुमार राय, आर रवि प्रसाद, अशोक कुमार सिंह, धर्मेंद्र सिंह, अशोक कुमार सिंह, जवाहर लाल, श्रीकांत सिंह, राकेश कुमार राय, देबू चटर्जी, अजय सिंह, रविंद्र वर्मा, ओम प्रकाश, जगदीश नारायण चौबे, रवि चौबे, अंजनी कुमार त्रिपाठी, नूरजहां खान वारशी, राजू झा, पूर्णिमा सिंह, गायत्री दास, एलएम भट्टाचार्य, एमक्यू कमर, फईम पाशा, राणा संग्राम, कुमार जय मंगल सिंह, वीरेंद्र नाथ चौबे, रघुनाथ पांडे, संतोष महतो, हरेंद्र प्रताप, नरेंद्र कुमार, शैलेश कुमार सिंह, परविंदर सिंह, आंनद बिहारी दुबे, अशोक चौधरी, विजय यादव उपस्थित थे.