Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : टाटानगर रेलवे स्टेशन से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थित सालगाझरी रेलवे स्टेशन इन दिनों विभागीय उदासीनता का शिकार हो गया है. सालगाझरी स्टेशन पर प्रतिदिन लगभग दर्जन भर लोकल ट्रेन का ठहराव होता है. जिनसे सैकड़ों यात्रियों का आवागमन होता है. इनमें अधिकतर यात्री, सब्जी विक्रेता, डेली मजदूर, डेली व्यापारी के साथ-साथ आम यात्री होते हैं. विभाग के उदासीन रवैये के कारण तक इस रेलवे स्टेशन का भवन अधूरा पड़ा हुआ है. वहीं स्टेशन में प्लेटफार्म भी अधूरा है, जिसके कारण जान जोखिम में डालकर यात्री ट्रेन में चढ़ते और उतरते हैं. पूरे स्टेशन परिसर में कहीं भी आम यात्रियों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. ना ही बैठने के लिए बेंच बनाया गया है. बिजली की व्यवस्था भी नहीं होने के कारण रात में रेलवे स्टेशन में अंधेरा रहता है. जिसके कारण रात में रेलवे स्टेशन में आस पास के नशेड़ियों का जमावड़ा रहता है.
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उदासीन है रेलवे व जिला प्रशासन – राम सिंह मुंडा
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इस संबंध में भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश अनुसूचित जनजाति मोर्चा के मीडिया प्रभारी राम सिंह मुंडा ने कहा कि रेलवे के पदाधिकारियों की उदासीनता के कारण सालगाझरी रेलवे स्टेशन में मुलभूत सुविधाओं का अभाव है. इस स्टेशन में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर 15 दिन पूर्व रेलवे के वरीय पदाधिकारी, सांसद एवं उपायुक्त को पत्र लिख कर वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया था. लेकिन आज तक स्टेशन के संपूर्ण विकास की दिशा में कोई पहल नहीं की गई. मुंडा ने कहा कि शीघ्र ही इस दिशा में चक्रधरपुर रेलवे डिवीजन के डीआरएम से मुलाकात कर यथाशीघ्र सालगाझरी स्टेशन में मुलभूत सुविधा उपलब्ध कराने का आग्रह किया जाएगा. जरूरत पड़ने पर स्थानीय जनता के साथ आंदोलन का रास्ता भी अपनाया जाएगा.