निर्माण की दर एवं मेजरमेंट को लेकर अब भी फंसा है पेंच
बिजली विभाग के सहायक अभियंता विश्वम्भर प्रसाद ने बताया कि बिजली विभाग की अंडरग्राउंड केबलिंग का काम केईआई एजेंसी कर रही है. जबकि पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से अंडरग्राउंड पाइपलाइन का काम आईएलएफएस एजेंसी कर रही है. दोनों एजेंसियों को अपने-अपने हिस्से की सड़क की मरम्मत करनी है. लेकिन लापरवाही के कारण सड़क की मरम्मत नहीं हो पायी. बरसात में उक्त क्षेत्र की सड़कों पर चलना काफी कठिन हो गया था. इसको लेकर कई संगठनों ने डीसी से शिकायत की. वहीं विधायक मंगल कालिन्दी ने भी डीसी के साथ उक्त सड़कों का निरीक्षण किया. जिसके बाद गुरुवार को उपायुक्त ने दोनों विभागों के कार्यपालक अभियंता के अलावे दोनों एजेंसी के प्रतिनिधियों को भी बैठक में बुलाया. मिली जानकारी के अनुसार दोनों एजेंसियों का विभाग से काम करने की दर एवं मेजरमेंट को लेकर सहमति नहीं बन पा रही थी. जिसके कारण मामला लटका था. उपायुक्त ने दोनों एजेंसियों को साफ निर्देश दिया कि जल्द से जल्द समन्वय बनाकर सड़क की मरम्मत करें. वहीं दोनों विभागों के कार्यपालक अभियंता को जल्द से जल्द निर्माण की दर एवं मेजरमेंट का मामला सुलझाने के लिए कहा. जिससे आने वाले समय में सड़क मरम्मत में दिक्कत नहीं हो. https://www.youtube.com/watch?v=85HuzkC2EVA[wpse_comments_template]
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