Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की आराधना की तैयारियां जोर शोर पर है. बढ़ती महंगाई के बीच पूजा समिति के लोग जहां पूजा को सफल बनाने में जुटे हैं, वहीं मूर्तिकार मां की प्रतिमा को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. मां शारदे की पूजा की तैयारी जोरों पर है. विद्या की देवी मां शारदे से आशीर्वाद पाने की आकांक्षा रखनेवाले विद्यार्थी वर्ग में खासा उत्साह है. इस बार वसंत पंचमी 26 जनवरी को ही है. इसे लेकर शहर और आसपास के क्षेत्रों में विशेष उमंग और उत्साह देखने को मिल रहा है. बाजार में चहल-पहल शुरू हो गई है. छोटे-छोटे बच्चे घर-घर घूमकर चंदा इकट्ठा करने में लगे हैं. दो वर्ष के बाद इस वर्ष बसंत पंचमी पर मूर्तिकारों की उम्मीदें काफी बढ़ी हैं.
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सरस्वती पूजा पर दिख रहा महंगाई का असर
मूर्तिकारों उम्मीद है कि कोविड काल के नुकसान की भरपाई इस बार जरूर होगी. इस वर्ष स्कूल कॉलेज और हॉस्टल सहित शिक्षण संस्थानों में सामूहिक पूजा का आयोजन किया जाएगा. बसंत पंचमी की आहट से सरस्वती पूजा को लेकर जहां लोगों में उत्साह है वहीं बढ़ती महंगाई का असर भी इस बार पूजा सामग्री की कीमतों पर दिख रहा है. अभी से ही फल की कीमतों में 20 से 25 रुपये की वृद्धि हो गई है. वहीं बढ़ती महंगी के कारण मां की प्रतिमा की कीमतों में वृद्धि हुई है. मूर्तिकार प्रशांत गोस्वामी का कहना है कि सामानों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण प्रतिमा की कीमत में वृद्धि हुई है. लेकिन हम लोगों को कोई लाभ नहीं हुआ है. हमारी मजबूरी है कि हम इस पुश्तैनी धंधे को छोड़ नहीं सकते हैं. गोस्वामी के अनुसार अभी तक का बाजार सामान्य है.
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