Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : टाटा नेटवर्क फोरम ईस्टर्न रीजन चैप्टर की ओर से मंगलवार को एथिक्स कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया. इस अवसर पर बेल्डीह क्लब में “एक समावेशी कल के लिए सम्मानजनक कार्यस्थल” विषय पर एक पैनल चर्चा आयोजित की गई. अवनीश गुप्ता, वाइस प्रेसिडेंट, टोटल क्वालिटी मैनेजमेंट (टीक्यूएम) और इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट्स (इंजीनियरिंग एंड प्रोजेक्ट्स) टाटा स्टील, माणिक शर्मा, जेनरल मैनेजर, एथिक्स, टाटा प्ले, डीबी सुंदरा रामम, वाइस प्रेसिडेंट, रॉ मैटेरियल्स, टाटा स्टील और संदीप कुमार, प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील डाउनस्ट्रीम प्रोडक्ट्स लिमिटेड कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए. सत्र का संचालन मोनिका अग्रवाल, चीफ एथिक्स काउंसलर, टीएसडीपीएल ने किया.
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टाटा समूह सम्मान व समावेश की संस्कृति को हमेशा बढ़ावा दिया है
टीएनएफ सर्वोत्तम अभ्यासों का प्रसार करने और वन-टाटा दर्शन को पोषित करने के लिए समूह की कंपनियों को जोड़ रहा है. इस वर्ष का विषय एक समावेशी कल के लिए सम्मानजनक कार्यस्थल है. शालिनी सुलक्षणा, हेड एथिक्स, टाटा स्टील ने देश के विभिन्न हिस्सों से कॉन्क्लेव में शामिल गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया. सोनी, चीफ एथिक्स काउंसलर, टाटा स्टील ने सत्र का संदर्भ निर्धारित किया और महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं के बारे में बात की. टाटा समूह ने न केवल अपने कर्मचारियों के लिए बल्कि अपने सभी हितधारकों के लिए अपने कार्यस्थल पर सम्मान और समावेश की संस्कृति को हमेशा बढ़ावा दिया है. उन्होंने एक नैतिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने के लिए टाटा स्टील की विभिन्न कंपनियों के प्रयासों पर प्रकाश डाला.
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नंदा ने टाटा केमिकल्स में नैतिकता परिनियोजन पर अपने अभ्यासों को साझा किया
टाटा केमिकल्स के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी, आर नंदा ने नैतिकता में सर्वोत्तम अभ्यासों के बारे में बात की और दुविधाओं पर चर्चा की. एथिक्स किसी व्यक्ति या विशिष्ट पदनाम तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसे तीन स्तरों पर प्रतिबिंबित होना चाहिए. एक कर्मचारी से प्रबंधक और नेतृत्व स्तर तक. नंदा ने टाटा केमिकल्स में नैतिकता परिनियोजन पर सर्वोत्तम अभ्यासों को भी साझा किया. एयर इंडिया के मुख्य मानव संसाधन अधिकारी सुरेश दत्त त्रिपाठी इस अवसर पर मुख्य वक्ता थे. त्रिपाठी ने संबोधन में गुणवत्ता, उत्तरदायित्व और एक सम्मानजनक कार्यस्थल पर जोर दिया. जिसमें व्यक्ति और व्यवस्था दोनों शामिल हैं. उन्होंने आगे कहा कि “सही दिशा में होना” अब लक्ष्य के बजाय शर्त बन गया है. हमें उस संस्कृति को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए. सम्मानजनक कार्यस्थल के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा टाटा समूह ने हमेशा सहयोग की संस्कृति बनाने और कार्यस्थल में विविध विचारों को शामिल करने में विश्वास किया है. कार्यक्रम के दौरान टाटा स्टील और अनुषंगी संगठन के अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे.
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