Jamshedpur : टाटा स्टील के जमशेदपुर स्टील प्लांट को वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के उन्नत चौथे औद्योगिक क्रांति लाइट हाउस के रूप में मान्यता दी गई है. यह उपलब्धि टाटा स्टील ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क के कलिंगानगर प्लांट और नीदरलैंड के आईमुदीन प्लांट को भी मिली है. यह पुरस्कार मैकिंसे एंड कंपनी के सीनियर पार्टनर एन्नो डीबोअर और फ्रांसिस्को बेट्टी, हेड, शेपिंग द फ्यूचर ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग एंड वैल्यू चैन के द्वारा दावोस में वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क डिनर में टाटा स्टील के सीईओ एवं एमडी टीवी नरेंद्रन को दिया गया. इस मौके पर टाटा स्टील के सीईओ एवं एमडी टीवी नरेंद्र ने कहा कि टाटा स्टील में सभी के लिए यह गर्व का क्षण है. जमशेदपुर प्लांट यूरोप में आईमुदीन प्लांट और ओडिशा के कलिंगानगर प्लांट के साथ वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के प्रतिष्ठित लाइटहाउस नेटवर्क में शामिल हो गया है. उन्होंने कहा कि यह सम्मान कंपनी के अत्याधुनिक उपकरणों में निवेश की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी और विश्लेषण के उपयोग में अच्छे नेतृत्व का प्रमाण है. इसके जरिए टाटा स्टील के संयंत्र विश्व स्तर के उन्नत इस्पात संयंत्रों में शामिल हो गए हैं.
इसे भी पढ़ें : घाटशिला: नर्सिंग होम पहुंचे सांसद विद्युत वरण, पूर्व मंत्री यदुनाथ बास्के का हाल जाना
साल 2025 तक डिजिटल स्टील बनाने में अग्रणी होने का इरादा
टाटा स्टील के अधिकारियों ने बताया कि टाटा स्टील डिजिटल तकनीकों को अपनाकर साल 2025 तक डिजिटल स्टील बनाने में अग्रणी बनने जा रही है. उन्होंने कहा कि कंपनी डिजिटल सक्षम बिजनेस ट्रांसफॉरमेशन यात्रा पर है. इसके लिए कार्य विधियों को विकसित करते हुए डिजिटल परिपक्वता हासिल करना है और अपने हित धारक अनुभव को भी बढ़ाना होगा. ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क उत्पादन स्थलों और अन्य सुविधाओं का एक समुदाय है जो चौथी औद्योगिक क्रांति की अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने और एकीकरण में वैश्विक लीडर हैं. लाइट हाउस चौथी औद्योगिक क्रांति तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, 3 डी प्रिंटिंग और बिग डाटा एनालिटिक्स को लागू करते हैं, ताकि बड़े पैमाने पर दक्षता और कंपटीशन को बढ़ाया जा सके. बिजनेस मॉडल का रूपांतरण करते हुए आर्थिक विकास को गति दी जा सके और कार्यबल में भी बढ़ोतरी हो. ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क में मैकिंसे एंड कंपनी के सहयोग से वर्ल्ड इकोनामिक फोरम की एक पहल है. इसमें कारखानों को एक स्वतंत्र पैनल द्वारा चुना जाता है.