alt="" width="600" height="400" /> इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-association-handed-over-a-check-of-21-thousand-to-the-dependent-of-late-pds-dealer-2/">जमशेदपुर
: दिवंगत पीडीएस डीलर के आश्रित को एसोसिएशन ने सौंपा 21 हजार का चेक इसमें उसने भगवान शिव को छोड़कर समस्त देवताओं को आमंत्रण भेजा था. भगवान शंकर के मना करने के बाद भी सती अपने पिता के यहां जाने की इच्छा जताई तो भगवान शंकर ने बिना बुलाए जाने पर कष्ट का भागी बनने की बात कही. इसके बाद भी सती नहीं मानी और पिता के घर चली गईं. इसे भी पढ़ें : मोदी">https://lagatar.in/modi-again-praised-sanjay-seth-said-he-keeps-striving-for-the-development-of-ranchi/">मोदी
ने संजय सेठ की फिर तारीफ की, कहा-रांची के विकास के लिए रहते हैं प्रयत्नशील पिता द्वारा भगवान शंकर के अपमान पर सती ने हवन कुंड में कूदकर स्वयं को अग्नि में समर्पित कर दिया. इसके बाद भगवान शंकर के दूतों ने यज्ञ स्थल को तहस-नहस कर दिया. माता सती के अग्नि में प्रवाहित होने के बाद तीनों लोकों को भगवान शिव के कोप भाजन का शिकार होना पड़ा. कथा के समाप्ति के पश्चात आरती एवं श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. श्री राम कथा में गुरुवार को शिव पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाया जाएगा. [wpse_comments_template]
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