Jamshedpur (Sunil Pandey) : इस वर्ष दो दिन धनतेरस (पंचांग तिथि) होने के कारण व्यापारियों-कारोबारियों की बल्ले-बल्ले हैं. एक अनुमान के अनुसार धनतेरस पर पूरे देश में 45 हजार करोड़ का कारोबार हुआ. जिसमें ज्वेलरी व्यापार 25 हजार करोड़ के आस पास हुआ. बाकी लगभग 20 हजार करोड़ का व्यापार ऑटोमोबिल, कम्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामान, फर्नीचर, घर एवं कार्यालयों की साज सज्जा के लिए जरूरी सामान, मिठाई एवं नमकीन, किचन का सामान, सभी प्रकार के बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स वगैरह शामिल है. एक अनुमान के अनुसार कोल्हान में इन दो दिनों 400 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ. कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल और राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोन्थालिया ने बताया की कल और आज दो दिन देश भर के साथ झारखण्ड के कोल्हान के बाज़ारों में ग्राहकों की उमड़ी भीड़ और भारतीय सामान खरीदने की उत्सुकता का आंकलन इस बात की पुष्टि करता है की दो वर्ष कोरोना के कारण बाज़ार से दूर रहने वाले ग्राहक अब फिर वापिस बाज़ार में पूरे जोर शोर से आ गए हैं.
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कारोबार डेढ़ लाख करोड़ के पार पहुंचने का अनुमान
कैट के राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने बताया कि इस वर्ष दिवाली त्यौहार की बिक्री का आंकड़ा 1 लाख 50 हजार करोड़ के पार होगा. पहली बार लोग विदेशी सामानों की बजाय स्वदेशी बस्तूओं की खरीदारी ज्यादा कर रहे हैं. जिसके कारण चीन को इस वर्ष दिवाली से संबंधित सामान की 75 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है.कैट के सहयोगी संगठन आल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पंकज अरोरा ने बताया की भारतीय स्वर्ण उद्योग कोरोना संकट से पूरी तरह उबर चुका है. भारत में सोने की मांग अपने उच्चतम स्तर पर आ गई है. आर्थिक गतिविधियों में जोरदार उछाल और उपभोक्ता मांग में सुधार के बाद जुलाई-सितंबर तिमाही में भारत की सोने की मांग में सालाना आधार पर घरेलू बाजार में 80% तक की बढ़ोतरी हुई है. श्री अरोरा ने कहा कि 2021 के मुकाबले 2022 में भारत में स्वर्ण आयात लगभग 11.72% की कमी आयी है. पिछले वर्ष जहां भारत में पहली छमाही में 346.38 टन सोना आयात किया गया जो अबकी 308.78 टन रह गया जिसकी भरपाई कोरोना काल से उत्पन्न संकट के रिजर्व स्टॉक से की गई. वहीँ देश भर में बड़ी मात्रा में लोगों ने पुराने गहने देकर नए गहने, जिन्हे रीसायकल होल्ड भी कहा जाता है, बनवाये हैं तथा पिछले दो वर्षों के स्टॉक की भी बिक्री बड़ी मात्रा में हुई है.
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ऑटोमोबाइल सेक्टर में 6 हजार करोड़ का हुआ कारोबार
सुरेश सोन्थालिया ने कहा की एक अनुमान के अनुसार ज्वेलरी के अलावा दो दिनों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में लगभग 6 हजार करोड़, फर्नीचर में लगभग 1500 करोड़, कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से संबंधित सामानों में लगभग 2500 करोड़, एफएमसीजी में लगभग 3 हजार करोड़, इलेक्ट्रॉनिक्स सामान में लगभग 1 हजार करोड़, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम एवं पीतल के बर्तनों में लगभग 500 करोड़, किचन के उपकरण एवं किचन के अन्य सामन में लगभग 700 करोड़, टेक्सटाइल, रेडीमेड गारमेंट एवं फैशन के कपडे में लगभग 1500 करोड़ का व्यापार हुआ है जबकि दिवाली पूजा का सामान, घर एवं ऑफिस की साज सज्जा, बिजली एवं बिजली के उपकरण, स्टेशनरी, बिल्डर हार्डवेयर, लकड़ी एवं प्लाईवुड आदि में भी काफी बड़ा व्यापार हुआ है.
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