Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज में सोमवार को स्वयंसेवी सेवा संगठन (वीएसओ) माहे एमटीएमसी चैप्टर और स्टूडेंट रिसर्च फोरम (एसआरएफ) का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर एक्सएलआरआई के एसोसिएट प्रोफेसर स्ट्रैटेजिक मैनेजमेंट और फादर अर्रुप सेंटर फॉर इकोलॉजी एंड सस्टेनेबिलिटी के चेयरपर्सन डॉ. रघुराम टाटा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. वीएसओ-एमएएचई की स्थापना 17 सितंबर, 2007 को मणिपाल में छात्रों, शिक्षकों और उनके जीवन साथियों को जरूरतमंद लोगों की सहायता करके अर्थ के साथ जीने का मौका प्रदान करने के लिए की गई थी. यह ऐसा मंच है जो न केवल गरीबों की सहायता करता है, बल्कि प्रत्येक वीएसओ को नए कौशल सीखने और अनुभव हासिल करने, दूसरों के साथ सहयोग करने और सबसे महत्वपूर्ण रूप से एक व्यक्ति के रूप में विकसित होने का अवसर भी देता है.
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शिक्षाविद् अनुसंधान के लिए आधार बनाते हैं – डॉ. नीति निपुण
वीएसओ ऐसे कार्यक्रमों पर काम करता है जो समुदाय, सामाजिक संगठनात्मक और सॉफ्ट कौशल विकास को बढ़ावा देता है. वहीं एमएएचई एसआरएफ मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के छात्रों को अनुसंधान के लिए मंच प्रदान करेगा. इस अवसर पर एमटीएमसी के डीन डॉ. जी प्रदीप कुमार ने एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में एमएएचई के पांच स्तंभों में से एक के रूप में अनुसंधान के महत्व के बारे में बताया. प्रो वीसी डॉ. नीति निपुण शर्मा ने संबोधित करते हुए छात्रों को अनुसंधान के महत्व के बारे में बताया. इस बात पर भी जोर दिया कि शिक्षाविद अनुसंधान के लिए आधार बनाते हैं. कार्यक्रम में डॉ. शरथ के. राव, डॉ. दिलीप नाइक, डॉ. अनुप नाहा, डॉ. अभिषेक चतुर्वेदी, डीन एमटीएमसी डॉ. प्रदीप कुमार, अकादमिक प्रशासन और गुणवत्ता निदेशक डॉ. राजीव द्विवेदी उपस्थित थे. कार्यक्रम को सफल बनाने में हरीश चंदर बंधु, डॉ. विजय कौटिल्य, डॉ. आशिम मिश्रा, डॉ. सचिन कुमार पाटिल, देबासिस सिन्हा और क्षितिज मोहन का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
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