Jamshedpur (Dharmendra Kumar) : तारकंपनी के निकट सीटू पार्क में स्थित सीटू रॉक को कोलकाता के मूर्तिकार चितो डे अथक प्रयास से सीटू रॉक पर जीवन चक्र को उकेर कर सीटू रॉक जीवंत कर रहे है. संस्थापक दिवस के अवसर पर टाटा स्टील की अनुसंगी ईकाई आइएसडब्लयूपी द्वारा शहरवासियों को तोहफा देने के उद्देश्य से सीटू रॉक को एक नया रुप देने का प्रयास किया जा रहा है. योजना को साकार करने के लिए कोलकाता के मूर्तिकार दिनरात लगातार मेहनत कर रहे है. इस संबंध में मूर्तिकार चितो डे ने बताया कि पहाड़ो व बड़े चट्टानों के संरक्षण के उद्देश्य से इस तरह की कलाकृति चट्टानों पर बनाई जाती है. ताकि लोगों के लिए दर्शनीय स्थल के तौर पर विकसित हो सके.
इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर : आरआईटी थाना में होली और शब-ए-बारात को लेकर हुई शांति समिति की बैठक
संस्थापक दिवस पर होगा लोकार्पण

उन्होंने बताया कि भारत में लगभग 900 वर्षों के बाद इस तरह की कलाकृति झारखंड में पहली बार लोगों को देखने को मिलेगी. चितो डे ने बताया कि भारत में पत्थर को तरास कर कलाकृति बनाने की कला लगभग लुप्त होने के कागार पर है. जबकि हमारे देश में अजंता एलोरा में इस प्रकार के कला के प्रमाण मौजूद है.उन्होंने बताया कि बीसी 235 के लगभग में सबसे पहले देश में बरबरीक मूर्ति बनाया गया था. सीटू रॉक पर जीवन चक्र को दर्शाने का प्रयास किया गया है. आने वाले दिनों में यह लोगों के लिए आर्षकण का केन्द्र बनेगा. संस्थापक दिवस पर इसका लोकार्पण किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें :खनिजों के अवैध परिवहन में रेल अधिकारियों के भूमिका की होगी जांच, हेमंत सरकार ने बनायी SIT टीम
[wpse_comments_template]