Jamtara : Giridih: Dumka कांग्रेसी सांसद अधीर रंजन चौधरी के विवादित बयान के खिलाफ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 28 जुलाई को पुराना कोर्ट मोड़ स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. अधीर रंजन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में विवादास्पद बयान दिया था कि. कहा था कि राष्ट्रपति राष्ट्रपत्नी है. हाथ में बैनर थाम कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ नारेबाजी की. धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी जिलाध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा कि अधीर रंजन का विवादास्पद बयान उनके मानसिक दिवालियापन का परिचायक है. आदिवासी समुदाय यह अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा. सुनील हांसदा ने कहा कि एक आदिवासी महिला देश के सर्वोच्च पद पर पहुंची है. कांग्रेस यह बर्दाश्त नहीं कर पा रही है. कांग्रेस शुरू से ही आदिवासी विरोधी रही है.
मौके पर सुमित शरण,प्रभाष हेंब्रम, संतन मिश्रा, सुकुमार सर्खेल, मीतेश साह, किरण बेसरा, मनीष दुबे, अनूप पांडेय, रंजीत यादव, मोहन शर्मा, राजेश यादव, दिलीप हेंब्रम, कमलेश मंडल, कुणाल सिंह, अंगभूति झा समेत पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे.
गिरिडीह में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दिया धरना
अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर विवादास्पद बयान के खिलाफ गिरिडीह में भी बीजेपी कार्यकर्ताओं ने टावर चौक पर धरना दिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने सांसद के खिलाफ नारेबाजी की. धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी के पूर्व विधायक निर्भय शहाबादी ने सांसद को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. कहा कि देश के प्रथम नागरिक के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग बीजेपी बर्दाश्त नहीं करेगी. सांसद का यह बयान कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है. धरना कार्यक्रम को बीजेपी जिलाध्यक्ष महादेव दुबे ने भी संबोधित किया. मौके पर नुनूलाल मरांडी, सुभाष चंद्र सिन्हा, संजय सिंह, हरविंदर सिंह बग्गा, सुनील पासवान, निर्भय सिंह, विनय सिंह, प्रकाश सेठ, संगीता सेठ, चुन्नूकांत, अनूप सिन्हा, कामेश्वर पासवान समेत पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
दुमका में भी बीजेपी का धरना
कांग्रेसी सांसद अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर अपशब्दों के खिलाफ दुमका में पुराना समाहणालय के समक्ष बीजेपी कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि अधीन रंजन के राष्ट्रपति पर विवादास्पद बयान का बीजेपी पुरजोर विरोध करती है. सोनिया व राहुल गांधी रोज ईडी दफ्तर का चक्कर लगा रहे हैं. उस दल के सांसद से मर्यादा, नैतिकता एवं अनुशासन की उम्मीद नहीं किया जाना चाहिए. कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी भी एक महिला हैं. उनसे उम्मीद करती हूं कि वह अपने सांसद पर कार्रवाई करेंगी.
झारखंड में कांग्रेस की सहयोगी दल जेएमएम ने आदिवासियों के नाम पर आज तक सिर्फ रोटियां सेंकी. आदिवासी और गैर आदिवासियों के बीच खाई पैदा की. अधीर के बयान पर जेएमएम नेताओं ने भी चुप्पी साध रखी है. इससे यह साबित होता है कि जेएमएम की कथनी और करनी में अंतर है. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से आग्रह है कि राष्ट्रपति पर आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ सांसद के खिलाफ कार्रवाई करें.
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