अब तक 68 प्रतिशत कम हुई है बारिश, सरकार किसानों को मिलेट्स की खेती के लिए कर रही प्रेरित
Jamtara : जामताड़ा जिला में मानसून की बेरूखी जारी है. वर्तमान मानसूनी सीजन में जिले में मात्र 170.3 मिलीमीटर बारिश हुई है जो कि सामान्य (526.2) से 68 प्रतिशत कम है. इस वजह से अधिकांश खेत अभी भी परती पड़े हुए हैं. किसानों ने जुताई तक शुरू नहीं की है. वहीं खेतों में लगे धान के बिचड़े पानी के बिना पीले पड़ने लगे हैं. वहीं बता दें कि इस वर्ष मई माह में जिले में जिले में लगभग 70 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. लेकिन बाद में प्री मानसून और मानसून के बादलों ने धोखा दे दिया.52 हजार हेक्टेयर पर होती है धान की खेती
विदित हो कि जिले में 52 हजार हेक्टेयर में धान की खेती का लक्ष्य निर्धारित है. जिसके विरूद्ध अब तक मात्र 0.11 फीसदी जमीन पर ही धान लगाई जा सकी है. यानी अब तक मात्र 56 हेक्टेयर जमीन पर धनरोपनी हुई है. वहीं मक्का की खेती 15 हजार 700 हेक्टेयर पर निर्धारित है. जिसमें से मात्र 1809 हेक्टेयर पर खेती होने का अनुमान है. दलहन की खेती का लक्ष्य 16 हजार 700 हेक्टेयर है जिसमें से मात्र 10 हेक्टेयर पर दलहन लगाई जा सकी है. वहीं तिलहन की खेती 860 हेक्टेयर व मोटे अनाज की खेती के लिए 1690 हेक्टेयर पर निर्धारित है. जबकि इसके स्थान पर अब तक रोपाई शून्य है.सरकार कर रही मिलेट्स की खेती के लिए प्रेरित
न्यूनतम बारिश को देखते हुए सरकार और प्रशासन किसानों को मिलेट्स की खेती के लिए प्रेरित कर रही है. इसके लिए कृषि विभाग ने किसानों को जागरूक करने का काम शुरू कर दिया है. किसानों को समझाया जा रहा है कि मोटे अनाजों में पानी की कम आवश्यकता होती है. इसके साथ किसानों को दलहन में अरहर की खेती के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है. यह भी पढ़ें : जामताड़ा">https://lagatar.in/jamtara-education-and-health-system-will-be-strengthened-deputy-commissioner/">जामताड़ा: शिक्षा व स्वास्थ्य व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी : उपायुक्त [wpse_comments_template]
Leave a Comment