तब सुनील दास पकड़ा गया था
बता दें कि वर्ष 2017 में तत्कालीन लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष को सूचना मिली थी कि क्षेत्र के तेतरिया धमनकुंडा जंगल मे नक्सली जमा हो रहे हैं. इसे लेकर एक टीम बनायी गयी. इसमें सीआरपीएफ 215 बटालियन और पुलिस बल द्वारा धमनकुंडा जंगल मे सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान पुलिस ने एक नक्सली सुनील दास को पकड़ा. साथ में केन बम भी बरामद किया. इसे भी पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय">https://lagatar.in/international-yoga-day-pm-modi-launches-m-yoga-app-will-be-able-to-learn-yoga-in-different-languages/92717/">अंतरराष्ट्रीययोग दिवस : पीएम मोदी ने M-Yoga एप किया लॉन्च, अलग-अलग भाषाओं में सीख सकेंगे योग पूछताछ में सुनील ने बताया था कि केन बम को रास्ते में लगाकर पुलिस दल को उड़ाना था. तलाशी के दौरान उसके पास से कई विस्फोटक सामान मिले थे. सुनील ने अपने साथियों के साथ कई घटनाओं में शामिल होने की बात भी कही थी. उसमें वीरेंद्र दास का भी नाम लिया था, जिसकी मटिया से गिरफ्तारी हुई. इसे भी पढ़ें- रांची">https://lagatar.in/education-department-clerk-accused-of-wifes-murder-was-arrested-by-ranchi-police-from-peg/92680/">रांची
में पत्नी की हत्या का आरोपी शिक्षा विभाग का क्लर्क खूंटी से गिरफ्तार
मोबाइल टावर उड़ाया था
बताया जाता है कि उसने ट्रेन पर हमला करने, आनंदपुर में मोबाइल टावर में आग लगाने और बरहट में जेसीबी जलाने समेत कई घटनाओं में शामिल होने की बात स्वीकारी थी. इसी आधार पर वीरेंद्र की तलाश हो रही थी. गिरफ्तार नक्सली वीरेंद्र से पूछताछ कर जानकारी जुटाने में लगी है. एक सप्ताह पूर्व फरार नक्सली पिंटू यादव को भी कोहबरवा मोड़ के पास से पुलिस ने गिरफ्तार किया था. इसे भी पढ़ें- थोक">https://lagatar.in/there-is-a-ruckus-in-ruling-parties-to-capture-wholesale-liquor-business/92849/">थोकशराब कारोबार पर कब्जे के लिए सत्ताधारी दलों में झकझूमर, रांची से दिल्ली तक चल रही लॉबिंग [wpse_comments_template]

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