हजार पुलिसकर्मियों की सतर्कता से वारदात मुक्त रही महाशिवरात्रि- एसपी
बच्चों को मिलती है चॉकलेट
बच्चों के लिए वहां एक निजी शिक्षक को रखा गया है, जो बच्चों को पढ़ाता है. इस प्रयास में यहां के स्थानीय लोगों का साथ भी मिल रहा है. वे इसमें आर्थिक सहयोग कर रहे हैं. बच्चों को पढ़ा रहे दशरथ कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में बच्चे शिक्षा से दूर हो गए थे. अभी भी बच्चों को बैठाना मुश्किल होता है. उन्हें रोज चॉकलेट देकर बैठने के लिए प्रेरित करते हैं. इसे भी पढ़ें- ESIC">https://lagatar.in/vacancy-on-the-posts-of-senior-resident-in-esic-hospital-adityapur-see-update-here/36582/">ESICहॉस्पिटल आदित्यपुर में सीनियर रेजिडेंट के पदों पर वैकेंसी, यहां देखें अपडेट
अभिभावक नहीं है सजग
यहां के अभिभावक की भी शिक्षा के प्रति जाकरु्क नहीं हैं. उन्हें कोई मतलब नहीं है. दरअसल इनकी कई पीढ़ी भीख मांग कर गुजारा करती रही है. इसलिए इन्हें कोई फर्क नही पड़ता है. वैसे कुछ अभिभावक शिक्षा के प्रति जागरूक हैं. उनके बच्चे डीएवी स्कूल में पढ़ते हैं और बच्चों के प्रति ध्यान भी रखते हैं. शिक्षक ने कहा कि जब तक बच्चों के स्कूल खुल नही जाते तब तक उनका ध्यान रखना जरूरी है. इसलिए पढ़ाया जा रहा है. इसे भी पढ़ें- रेलकर्मियों">https://lagatar.in/due-to-the-vigilance-of-the-railway-personnel-the-smoke-rising-from-the-goods-train-was-controlled/36774/">रेलकर्मियोंकी सतर्कता से मालगाड़ी से उठते धुएं पर काबू पाया गया

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