MumbaI : मशहूर गीतकार, शायर व पटकथा लेखक जावेद अख्तर एक बार फिर विवादों में फंल गये हैं. उनके द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना तालिबान से किये जाने से वे हिन्दुत्ववादियों के निशाने पर आ गये हैं. आऱएसएस की तुलना तालिबान से करने के उनके बयान का जोरदार विरोध हो रहा है. महाराष्ट्र के भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि वे तालिबान और आरएसएस की तुलना करने वाले जावेद अख्तर के बयान का विरोध करेंगे
जावेद अख्तर यांचे दुर्दैवी व्यक्तव्य न केवळ संघ, विश्वहिंदूपरिषद च्या कोट्यावदी कार्यकर्ते आणि जगभरातील या विचारधारेला मानणारे कोट्यावदी लोकांचा अपमान आहे! जोपर्यंत जावेदअख्तर हाथ जोडून माफी माँगत नाही तोपर्यंत त्याची, त्यांच्या परिवाराची कोणतीही फ़िल्म ह्या भूमित चालू देणार नाही pic.twitter.com/XZ0HrmNLMH
— Ram Kadam – राम कदम (@ramkadam) September 4, 2021
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जावेद अख्तर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से माफी मांगनी चाहिए
राम कदम ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात कही. भाजपा प्रवक्ता राम कदम ने कहा कि आऱएसएस की तालिबान से तुलना करने वाले बयान पर जावेद अख्तर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघसे माफी मांगनी चाहिए. चेतावनी देते हुए कहा कि उनकी या उनके परिवार की किसी भी फिल्म को इस धरती पर तब तक नहीं रिलीज होने देंगे जब तक कि वह संघ के उन पदाधिकारियों से हाथ जोड़कर माफी नहीं मांगते, जिन्होंने राष्ट्र को अपना जीवन समर्पित कर दिया है.
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जावेद अख्तर ने इंटरव्यू में कहा
एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने कहा कि आरएसएस का समर्थन करने वालों की मानसिकता भी तालिबानियों जैसी ही है. आरएसएस का समर्थन करने वालों को आत्म परीक्षण करना चाहिए. कहा कि आप जिनका समर्थन कर रहे हैं, उनमें और तालिबान में क्या अंतर है? उनकी जमीन मजबूत हो रही है और वे अपने टारगेट की तरफ बढ़ रहे हैं. दोनों की मानसिकता एक ही है. उनके इस बयान का जमकर विरोध किया जा रहा है.
जावेद अख्तर का बयान शर्मनाक है
राम कदम ने कहा है कि जावेद अख्तर का बयान न केवल शर्मनाक है, बल्कि आरएसएस के करोड़ों कार्यकर्ताओं के लिए दर्दनाक और अपमानजनक भी है. लेखक ने दुनियाभर में उन करोड़ों लोगों को अपमानित किया है जो आरएसएस की विचारधारा का पालन करते हैं. टिप्पणी करने से पहले, उन्हें सोचना चाहिए था कि एक ही विचारधारा वाले लोग अब सरकार चला रहे हैं और राज धर्म का पालन कर रहे हैं.
इससे पूर्व भाजपा की युवा शाखा ने शनिवार को जावेद अख्तर के जुहू स्थित आवास तक विरोध मार्च निकाला और उनसे माफी मांगने को कहा गया. युवा शाखा जावेद अख्तर को मानसिक रूप से सही नहीं करार दिया. कहा कि आरएसएस जमीनी स्तर पर लोगों की मदद करता है और उन्होंने उनकी तुलना तालिबान से की है. यह अस्वीकार्य है. अगर वह माफी नहीं मांगेंगे तो उनके खिलाफ आंदोलन और तेज किया जायेगा.
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